जानकारी के मुताबिक मामले ने उस समय तूल पकड़ा जब कुछ ग्रामीणों ने एक निर्माणाधीन दीवार गिरा दी। इसके बाद कथित तौर पर विधायक द्वारा प्रधान पति को धमकी देने का ऑडियो सोशल मीडिया में वायरल कर दिया गया। ऑडियो में विधायक जैसी आवाज वाले एक व्यक्ति और प्रधान पति के बीच गरमा गरम बहस होती है। प्रधान पति को धमकी भी दी जाती है।
खेसुआ गांव के प्रधान पति आरके सिंह का दावा है कि फोन पर विधायक जी ने ही उन्हें अपशब्द कहे और धमकी दी। आरके सिंह का आरोप है कि विधायक अजय सिंह ने गांव के ही शिवप्रसाद की आठ बिस्वा जमीन फर्जी तरीके से बैनामा करा लिया और अब निर्माण करवाकर इसपर कब्जा करना चाहते हैं। उन्होंने बताया कि गांव के प्रधान पति हैं और शिव प्रसाद के बुलाने पर वहां गए थे, जिसपर विधायक भड़क गए और फोन पर गाली गलौज करते हुए धमकाने लगे। विधायक से कथित धमकी मिलने के बाद प्रधान पति ने पुलिस से सुरक्षा की मांग की है। जमीन पर दावा करने वाले शिव प्रसाद ने भी विधायक के खिलाफ थाने में तहरीर देकर निर्माण कार्य रुकवाने की गुजारिश की है।
शिव प्रसाद का दावा है कि विवादित जमीन का मामला कोर्ट में चल रहा है, बावजूद इसके विधायक सत्ता के बल पर करोड़ों की जमीन हड़पने की कोशिश कर रहे हैं। विधायक अजय सिंह ने फोन पर कहा कि उदयनारायण तिवारी से 2010 में मैंने बैनामा कराया था। वह जमीन शिव प्रसाद के परिवार ने उदयनारायण को लिखी थी। इसके बाद शिव प्रसाद ने अपनी मां को आगे कर फर्जी तरीके से जमीन का बैनामा करा लिया, जिसका दाखिल-खारिज तक नहीं हुआ है।
विधायक के मुताबिक प्रधान पति आरके सिंह की जमीन को लेकर नियत खुद साफ नहीं है। इसलिये वह ग्रामीणों को आगे कर विवाद पैदा कर रहे हैं। उन्होंने निर्माण को पूरी तरह से वैध बताया और कहा कि दीवार गिराने वालों के खिलाफ थाने में तहरीर दे दी गयी है। इस मामले पर एसपी पंकज ने बताया कि अभी उन्हें पूरे प्रकरण की जानकारी नहीं मिली है। साथ ही जोड़ा कि दोनों तरफ से शिकायत की गई है, वायरल ऑडियो की जांच की जा रही है। मामले में जो भी दोषी होगा उस पर कार्रवाई की जाएगी।
By Amit Kumar