बस्ती जिले का नाम बदलकर जिन महर्षि वशिष्ठ के नाम पर रखने की तैयारी की जा र ही है वो भगवान राम के गुरू थे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बस्ती महोत्सव के एक साल पहले बस्ती मेडिकल कॉलेज का नाम बदलकर महर्षि वशिष्ठ के नाम पर करने का ऐलान किया था। इसके बाद से ही संसद हरीश दि्ववेदी और विधायक अजय कुमार सिंह की ओर से बस्ती जिले का नाम बदलने की मांग की जाने लगी।
साल 2018 में 28 नवंबर को बस्ती का नाम बदलने का प्रस्ताव राजस्व बोर्ड को भेजा गया, जिसके बाद बोर्ड ने नाम बदलने पर आने वाले खर्च के बारे में जानकारी मांगी थी। डीएम की ओर से कमिश्नर को इस बाबत रिपोर्ट भेजी गयी जो वहां से अपडेट कर सरकार को भेज दी गयी।
उधर नाम बदलने को लेकर जनप्रतिनिधि खासे उत्साहित हैं। योगी सरकार के इस प्रस्ताव से भाजपा विधायक अजय सिंह खुश हैं। उनकी मानें तो वह बीते तीन साल से बस्ती का नाम बदलने की कोशिश कर रहे हैं। उनका दावा है कि उन्होंने इस मुद्दे को कई बार विधानसभा में भी उठाया। अब नाम बदलने को सरकार अमली जामा पहनाने जा रही है। नाम बदलने के लिये जो एक करोड़ रुपये का खर्च आएगा वह सरकार आसानी से पूरा कर देगी। बस्ती को ऐतिहासिक और पौराणिक दृष्टि से उसकी असली पहचान हासिल होगी।
By Satish srivastava