हम बात कर रहे हैं भेजपुरी की मशहूर गायिका कल्पना पटवारी की। कल्पना भी अपने स्टारडम को राजनीति के क्षेत्र में भुनाना चाहती हैं। वह भारतीय जनता पार्टी की सदस्य भी हैं और उन्होंने कहा है कि आने वाले समय में अगर भाजपा उन्हें टिकट देगी तो वो चुनाव जरूर लड़ेंगे। उन्होंने कहा है कि राजनीति में उनके आने का मकसद सिर्फ और सिर्फ कला-संस्कृति के क्षेत्र में बेहतर काम करने का है।
बस्ती महोत्सव में पहुंची उनके गीतों पर लोग खूब झूमे। असम में जन्मी कल्पना पटवारी भेजपुर में गाती हैं और वह इसी के लिये बनी हैं। परफॉर्मेंस के बाद मीडिया से बातचीत के दौरान उन्होंने अलग पूर्वांचल राज्य, भोजपुरी को भाषा के रूप में मान्यता जैसे कई अहम मुद्दों पर अपनी राय दी। कहा कि वह भूपेन हजारिका को आदर्श मानती हैं, लेकिन भिखारी ठाकुर को सरकार की ओर से कोई सम्मान न मिलने को दुख की बात बताया। कहा कि पहले वह भोजपुरी को केवल गाजी थीं, लेकिन अब उसे आत्मसात कर लिया है। उन्होंने सरकार से भोजपुरी को संवैधानिक दर्जा देने की मांग की। बस्ती महोत्सव को लेकर खुशी जताते हुए कहा कि ऐसे कार्यक्रमों से हमें जनता के बीच आने का मौका मिलता है।
By Satish Srivastava