नगरनार इस्पात संयंत्र में कोक ओवन बैटरी की कमीशनिंग करने के लिए कोयला हैंडलिंग सिस्टम संयंत्र एवं स्टेमर रिक्लेमर के लिए उच्च तनाव, बिजली आपूर्ति आरएमएचएस पैकेज के कोयला मार्ग को चालू करने का स्विच ऑन किया। इस मौके पर डॉ. नंदा, प्रशंात दास, कार्यकारी निदेशक और नगरनार आयरन ओर परियोजना के प्रभारी स्टील प्लांट (एनआईएसपी) और मेकॉन के वरिष्ठ अधिकारी, कंसल्टेंसी पार्टनर, श्रमिक प्रतिनिधि और बीएचईएल के औद्योगिक सिस्टम समूह, बैंगलुरू के अधिकारी जो परियोजना के कमीशनिंग पार्टनर हैं मौजूद रहे।
इस पृष्ठभूमि के तहत कोयला हैंडलिंग सिस्टम की चार्जिंग को महत्व मिलता है क्योंकि 3 एमटीपीए क्षमता नगरनार स्टील प्लांट को अपने दो कोक ओवन को चलाने के लिए सालाना लगभग 25 लाख टन कोकिंग कोल की आवश्यकता
होगी। कोकिंग कोल को कोल में परिवर्तित कर ब्लास्ट फर्नेस में भेजा जाता है जहां उसकी गर्मी से लौह अयस्क को पिघलाया जाएगा। एनएमडीसी ने पहले ही कोकिंग कोल के पहले खेप की खरीद के लिए आदेश दिए हैं।
बीएसईएल- इंडस्ट्रियल सिस्टम ग्रुप, बैंगलुरू ने एनआईएसपी के पीपीडीएस पैकेज के लिए 11 उप स्टेशनों को तैयार किया है। जिसकी कुल लागत रुपए 359 करोड़ है। पावर सब स्टेशन बाद में संकुल कच्चे माल हैंडलिंग प्लांट, कोक, कोक ओवन, ब्लास्ट फर्नेंस, स्टील पिघलने की शॉप, हॉट स्ट्रिप मिल, लाइम एंड डोलोमाइट कैकेनेशन प्लांट और रेलवे यार्ड को विद्युत की आपूर्ति उनके चालू होने पर प्रदान करेगा।
एनएमडीसी ने इस महीने की शुरूआत में 220 केवी जीआईएस (गैस इंसुलेट स्विच) मेन रिसीविंग सब स्टेशन शुरू किया था और फिर जल्द ही सिंटर प्लांट तक विद्युत पहुंचाया गया था। इसके बाद अनुसूची के अनुसार विद्युत को 33 केवी से नीचे ले जाया जाएगा और 11 उप स्टेशनों को भेजा जाएगा, जिसे ओवर हेड गैलरी सिस्टम के माध्यम से प्लांट पावर डिस्ट्रिब्यूशन सिस्टम (पीपीडीएस) द्वारा इस्पात संयंत्र की विभिन्न इकाइयों को बिजली वितरित किया जाएगा।