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शाहपुरा को रेल लाइन व मेट्रो से जोड़ा जाए, ट्रांसपोर्ट नगर की हो स्थापना….पत्रिका की चुनावी यात्रा पहुंची शाहपुरा

 
 
-लोकसभा के चुनावी मुद्दों को लेकर चर्चा
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बस्सीMar 30, 2019 / 04:33 pm

Satya

शाहपुरा को रेल लाइन व मेट्रो से जोड़ा जाए, ट्रांसपोर्ट नगर की हो स्थापना….पत्रिका की चुनावी यात्रा पहुंची शाहपुरा

 
 

शाहपुरा।

राजस्थान पत्रिका की चुनावी यात्रा जयपुर ग्रामीण लोकसभा क्षेत्र के शाहपुरा विधानसभा मुख्यालय पहुंची। यहां खोरी रोड स्थित नूतन उच्च माध्यमिक विद्यालय में लोकसभा के चुनावी मुद्दों को लेकर चर्चा की गई। चर्चा में पत्रिका के चेंजमेकर, वॉलंटियर्स, शिक्षाविद, व्यापारी, ट्रांसपोर्टर्स, जनप्रतिनिधि एवं आमजन ने क्षेत्र के मुद्दों, समस्याओं, विकास को लेकर भावी सांसद से उम्मीदें और सांसद के पिछले ५ साल के कामकाज को लेकर चर्चा की और खुलकर अपने विचार रखे।

कार्यक्रम में पत्रिका की चेंजमेकर किरण शर्मा ने कहा कि शाहपुरा में नेशनल हाईवे स्थित दिल्ली तिराहे पर फ्लाईओवर का निर्माण कार्य पिछले करीब 8 वर्ष से अधूरा पड़ा है। जिससे वाहनचालकों व आमजन को परेशानी होती है। इसका निर्माण पूरा होना चाहिए और जयपुर तिराहे पर भी फ्लाईओवर का निर्माण हो। सांसद के कामकाज के बारे में कहा कि वर्तमान सांसद क्षेत्र में लगातार सक्रिय रहे हैं और विकास भी कराया है।

पार्षद मनीषा अग्रवाल व पूर्व पार्षद ऊषा अग्रवाल ने कहा कि क्षेत्र में भूमिगत जलस्तर गहराने से पेयजल समस्या बनी हुई है। इसका समाधान होना चाहिए। बस स्टैण्डों, बाजारों व हाईवे पर आधी आबादी के लिए शौचालयों का निर्माण हो। नूतन स्कूल की प्रधानाचार्य अनिता टेलर ने महिला सुरक्षा को लेकर ग्रामीण क्षेत्र में महिला थाना खोलने व स्वच्छता पर जोर देने का मुद्दा उठाया।
 

 

 

 

 

संजय स्मृति वन का विकास हो, घूमने के लिए पार्क भी बने

 

 

साहित्यकार रामस्वरूप रावतसरे व चेंजमेकर रोहिताश भडाना ने कहा कि शाहपुरा में वर्षों पहले संजय स्मृति वन का विकास किया गया था, जो अनदेखी से उजड़ गया। जबकि इसका विकास कर दिया जाए तो पर्यटक स्थल के रुप में विकसित हो सकता है।
रामलाल भाम्भू, मुकेश देवन्दा, तारांचद यादव ने कहा कि शाहपुरा कस्बे में करीब 50 हजार से अधिक की आबादी है, इसके बावजूद यहां घूमने के लिए पार्क नहीं है। कस्बे में पूर्ण सुविधायुक्त पार्क का निर्माण हो।
अमरसिंह पलसानिया ने कहा कि आवारा पशुओं व बंदरों से आमजन परेशान है, इस समस्या का निदान होना चाहिए।

 

 

 

 


शाहपुरा को रेल लाइन और मेट्रो से जोड़ें तो विकास को मिले गति
 

 

नूतन पब्लिक स्कूल के निदेशक विश्वनाथ वर्मा ने कहा कि अभी जयपुर-दिल्ली नेशनल हाईवे सिक्सलेन बना है और अभी से आठ लेन निर्माण की चर्चाएं शुरू हो गई। इसके बजाय कावंट से अलवर तक शाहपुरा होते हुए रेल लाइन बिछाई जाए और जयपुर से शाहपुरा तक मेट्रो चलाई जाए। आर्थिक भार कम आएगा और दुर्घटनाएं भी थमेगी। रेल लाइन से शाहपुरा व आसपास क्षेत्र का चहुंमुखी विकास हो सकेगा।
क्षेत्र में बेरोजगारी भी बढ़ रही है, इसलिए बड़ी औद्योगिक इकाइयों की भी स्थापना की जाए। जयपुर ग्रामीण के एसपी का कार्यालय जयपुर के बजाय शाहपुरा में खोला जाए।

 

 

 
 

 

महिला चिकित्सालय व ट्रोमा अस्पताल हो

 

पूर्व पार्षद रमेश महंत व भोजराज भाम्भू ने कहा कि इलाके में शाहपुरा सीएचसी ही एकमात्र बड़ा अस्पताल है। यहां मरीजों का दबाव अधिक है और सुविधाएं कम है। यहां २०० बेड का अस्पताल होना चाहिए। शाहपुरा कस्बा हाईवे पर स्थित होने से करीब ४० किमी तक की परिधी में होनी वाली सड़क दुर्घटना में घायलों को भी यहीं लाया जाता है। जबकि सुविधाओं के अभाव में मरीजों और घायलों को जयपुर रैफर कर देते हैं। ऐसे में उनकी जिन्दगी दाव पर लगी रहती है। इसलिए शाहपुरा में एक महिला चिकित्सालय और अलग से ट्रोमा अस्पताल खोला जाए।
 

 

 

 


क्षेत्र को नदियों से जोडऩे और वाईफाई का सपना अधूरा

 


सहायक प्रोफेसर चतुर्भुज यादव ने कहा कि जनप्रतिनिधियों ने शाहपुरा कस्बे को वाईफाई करने का वादा किया जो अब तक पूरा नहीं हुआ। पेयजल व कृषि की समस्या दूर करने के लिए क्षेत्र को नदियों से जोडऩे का सपना भी पूरा नहीं हो सका। मोहनलाल गुप्ता ने कहा कि जयपुर तिराहे पर फ्लाईओवर बने और ट्रोमा सेंटर में सुविधाएं बढ़ाएं। वॉलंटियर धर्मपाल यादव, सुनील शर्मा व तेजप्रकाश जांगिड़ ने कहा कि स्कूूल, कॉलेजों के पास छात्राओं की सुरक्षा व्यवस्था हो।
 

 

 


शाहपुरा में विश्वविद्यालय की स्थापना की जाए

 


पत्रिका चेंजमेकर परमानंद शर्मा ने कहा कि शाहपुरा व मनोहरपुर क्षेत्र में चार सरकारी महाविद्यालय, बीएड कॉलेज और कृषि संकाय संचालित है। जहां शाहपुरा समेत दूर दराज के हजारों छात्र-छात्राएं अध्ययनरत हैं। छात्र संख्या को देखते हुए शाहपुरा में विश्वविद्यालय की स्थापना की जानी चाहिए। क्षेत्र की पेयजल समस्या का भी समाधान हो। सांसद प्रत्याशियों को इन मुद्दों को अपने घोषणापत्र में शामिल करना चाहिए।
 

 

 

 


सीवरेज लाइन बिछाई जाए, रोजगार के मिले अवसर

 


चेंजमेकर राजेश मंडोवरा व पूरणमल बुनकर ने कहा कि शाहपुरा की आबादी ५० हजार से अधिक है। यहां सीरवेज लाइन होनी चाहिए और रोजगार के लिए औद्योगिक इकाइयों की स्थापना हो। क्षेत्र में सरकारी लॉ कॉलेज खोलने की भी मांग की। नगरपालिका में नेता प्रतिपक्ष रामावतार गुर्जर व शाहपुरा युवा विकास मंच के संरक्षक प्रहलाद सहाय चौपड़ा ने कहा कि सड़कों पर डिवाइडर होने चाहिए। नेशनल हाईवे पर फ्लाईओवरों का निर्माण जल्द पूरा हो। जिससे सड़क हादसों पर लगाम लगे।
 

 

 

 


शाहपुरा ट्रांसपोर्ट हब, फिर भी नहीं बना ट्रांसपोर्ट नगर


इस दौरान कांग्रेस ब्लॉक अध्यक्ष राजकुमार बड़बड़वाल ने कहा कि शाहपुरा ट्रासंपोर्ट का हब है। एशिया में सबसे अधिक ट्रक शाहपुरा में है। क्षेत्र के करीब २५ से ३० हजार लोग इस ऑटोमोबाइल व्यवसाय से जुड़े हुए हैं। इसके बावजूद यहां अब तक ट्रांसपोर्ट नगर की स्थापना नहीं हुई। करीब २० वर्ष पहले हाईवे पर खातोलाई में फेसिलिटी सेंटर की स्थापना भी की गई, लेकिन सरकार की अनदेखी से फेसिलिटी सेंटर विकसित होने से पहले ही खंडहर में तब्दील हो गया। जिससे कई करोड़ रुपए पानी में बह गए। ट्रांसपोर्ट नगर के अभाव में ट्रक-ट्रोले नेशनल हाईवे किनारे ही खड़े रहते हैं, जिससे हादसे भी बढ़ रहे हैं। यदि शाहपुरा में ट्रांसपोर्ट नगर की स्थापना हो जए तो ऑटोमोबाइल व्यवसाय को गति मिले और नेशनल हाईवे पर दुर्घटनाओं पर भी लगाम लगे।
 

 

 


लाइव-शाहपुरा जिला बने तो क्षेत्र का हो चहुंमुखी विकास


चुनावी यात्रा नारेहड़ा से रवाना होकर कोटपूतली, पावटा, विराटनगर होते हुए शुक्रवार को शाहपुरा विधानसभा मुख्यालय पहुंची। यहां नूतन उमावि में चर्चा के दौरान लोगों ने क्षेत्र के प्रमुख मुददे बताए और भावी सांसद से क्या उम्मीदें है इसका जिक्र किया। चर्चा में सभी लोगों ने शाहपुरा को जिला बनाने का मुद्दा प्रमुखता से उठाया। साहित्यकार रामस्वरूप रावतसरे ने कहा कि शाहपुरा को जिला बनाने की मांग पिछले करीब ४० वर्ष से चली आ रही है। शाहपुरा जिला बनने के सभी मापदण्ड भी पूरे करता है। यदि शाहपुरा को जिला बना दिया जाए तो क्षेत्र का चहुंमुखी विकास होगा। साथ ही रोजगार के अवसर भी बढेंगे। साहित्यकार कमलकांत शर्मा ने भी क्षेत्र में रोजगार के संसाधन विकसित करने पर जोर दिया।
 

 

 

 

ये है क्षेत्र के प्रमुख मुद्दे-


-क्षेत्र में पेयजल समस्या
-हाईवे पर दिल्ली तिराहे पर फ्लाईओवर का निर्माण अधूरा
-कस्बे में बंदरों व आवारा पशुओं का आतंक
-हाईवे पर ट्रक खड़े रहने से हो रही दुर्घटनाएं
-संजय स्मृति वन का अस्तित्व समाप्त होने के कगार पर
-शाहपुरा सीएचसी में मरीजों का दबाव अधिक, सुविधाएं कम
-बस स्टैण्डों व बाजारों में महिला शौचालय नहीं
 

 

 

 

लोगों की उम्मीदें-


-पेयजल समस्या का समाधान हो,
-क्षेत्र को नदियों से जोड़ा जाए
-शाहपुरा जिला बने
-नगरपालिका क्षेत्र में सीवरेज लाइन बिछाई जाए-
शाहपुरा में ट्रांसपोर्ट की स्थापना हो
-क्षेत्र में विश्वविद्यालय की स्थापना हो
-कांवट से शाहपुरा होते हुए अलवर तक रेल लाइन और जयपुर से शाहपुरा तक मेट्रो चलाएं
-संजय स्मृत वन का विकास व पार्क का निर्माण
-कस्बे में अलग से महिला चिकित्सालय व ट्रोमा अस्पताल हो
-बड़ी औद्योगिक इकाई की स्थापना हो, जिससे युवाओं को रोजगार मिले
 

 

 

शाहपुरा विधानसभा क्षेत्र एक नजर में


कुल मतदाता–212049
कुल पुरुष मतदाता-111399
कुल महिला मतदाता-100650
18 से 19 वर्ष तक के मतदाता-6788
30 से 39 वर्ष तक के मतदाता-48322
80 से अधिक उम्र के मतदाता-4849

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