जानकारी अनुसार चौमूं नगर परिषद में बलेखण, स्याऊ और गुवारड़ी से जलापृूर्ति हो रही है। यहां स्याऊ में जलापूर्ति के लिए पांच नलकूप बने हुए हैं, जहां से राइजिंग लाइन से बलेखण पंप हाउस में पानी एकत्र होता है। इसके बाद शहर की सामोद रोड बंधा वाली टंकी, अग्निशमन वाली टंकी और महिला कॉलेज के पास वाली टंकी में पानी की आवक होती है। शहर में 48 घंटे में रोटेशन प्रणाली के तहत उपभोक्ताओं को पानी मिल पा रहा है। जलदाय विभाग के फीटर रामलाल सैनी ने बताया कि स्याऊ रोड गोविंदगढ़ के पास पांच नलकूप है, जहां से बलेखण पंप हाउस में पानी आता है। सुबह साढे़ छह बजे ट्रक के टायर की वजह से धोबलाई पुलिया के पास जमीनी सतह पर बिछी पाइप लाइन पर चढ़ गया, जिससे पाइप लाइन का जोड़ टूट गया और 50 हजार लीटर पानी बह गया।
सकते में आए जलदायकर्मी…
पाइप लाइन टूटने की सूचना से जलदायकर्मी सकते में आ गए। सूचना पर जलदाय कर्मियों ने तत्काल स्याऊ में नलकूपों से जलापूर्ति बंद करवाई। तब जाकर राहत मिली। इस बीच 50 हजार लीटर पानी व्यर्थ बह गया। हालांकि बाद में जलदायकर्मियों ने जोड को ठीक कर आपृूर्ति बहाल करवाई। पाइप लाइन टूटने एवं दुरुस्त करने के बीच करीब 4 घंटे तक बोरिंगों से जलापूर्ति बंद रही।
पाइप लाइन टूटने की सूचना से जलदायकर्मी सकते में आ गए। सूचना पर जलदाय कर्मियों ने तत्काल स्याऊ में नलकूपों से जलापूर्ति बंद करवाई। तब जाकर राहत मिली। इस बीच 50 हजार लीटर पानी व्यर्थ बह गया। हालांकि बाद में जलदायकर्मियों ने जोड को ठीक कर आपृूर्ति बहाल करवाई। पाइप लाइन टूटने एवं दुरुस्त करने के बीच करीब 4 घंटे तक बोरिंगों से जलापूर्ति बंद रही।
1400 उपभोक्ताओं के बढ़ी चिंता…
शाम को नलों में पानी नहीं पहुंचा तो उपभोक्ताओं में पानी को लेकर चिंता बढ़ गई। उपभोक्ता इधर-उधर पानी आपूर्ति को लेकर जानकारी जुटाते रहे। उनका कहना था कि पहले ही 48 घंटे में जलापूर्ति होती है। अब पाइप लाइन टूटने से फिर 48 घंटे बाद ही नलों में पानी आएगा। तब तक निजी टैंकरों से जलापूर्ति करानी होगी। उपभोक्ताओं ने जलदाय कर्मियों से पानी की व्यवस्था कराने की मांग की है।
शाम को नलों में पानी नहीं पहुंचा तो उपभोक्ताओं में पानी को लेकर चिंता बढ़ गई। उपभोक्ता इधर-उधर पानी आपूर्ति को लेकर जानकारी जुटाते रहे। उनका कहना था कि पहले ही 48 घंटे में जलापूर्ति होती है। अब पाइप लाइन टूटने से फिर 48 घंटे बाद ही नलों में पानी आएगा। तब तक निजी टैंकरों से जलापूर्ति करानी होगी। उपभोक्ताओं ने जलदाय कर्मियों से पानी की व्यवस्था कराने की मांग की है।
वाहन ने तोड़ दी लाइन
उपभोक्ताओं का कहना था कि पहले जयपुर-सीकर हाइवे पर चल रहे निर्माण में खुदाई में बार-बार पाइप लाइन के टूटने से जलापूर्ति प्रभावित रही है। उसमें कुछ दिन से राहत मिली है तो अब धोबलाई में वाहन ने पाइप लाइन को तोड़ दिया। बार-बार पाइप लाइन टूटने की वजह से उपभोक्ता जलापूर्ति प्रभावित होने से परेशान है।
उपभोक्ताओं का कहना था कि पहले जयपुर-सीकर हाइवे पर चल रहे निर्माण में खुदाई में बार-बार पाइप लाइन के टूटने से जलापूर्ति प्रभावित रही है। उसमें कुछ दिन से राहत मिली है तो अब धोबलाई में वाहन ने पाइप लाइन को तोड़ दिया। बार-बार पाइप लाइन टूटने की वजह से उपभोक्ता जलापूर्ति प्रभावित होने से परेशान है।
इनका कहना है…
हां, धोबलाई पुलिया के पास वाहन का टायर चढऩे से पाइप लाइन का जोड़ टूट गया था। इससे चौमूं शहर में मोरीजा रोड पर महिला कॉलेज वाली टंकी से जलापूर्ति प्रभावित रही है। पाइप लाइन को दुरुस्त कर दिया है।
सुनील कुमावत, सहायक अभियंता, जलदाय विभाग चौमूं
हां, धोबलाई पुलिया के पास वाहन का टायर चढऩे से पाइप लाइन का जोड़ टूट गया था। इससे चौमूं शहर में मोरीजा रोड पर महिला कॉलेज वाली टंकी से जलापूर्ति प्रभावित रही है। पाइप लाइन को दुरुस्त कर दिया है।
सुनील कुमावत, सहायक अभियंता, जलदाय विभाग चौमूं