READ NEWS : गंभीर रोगियों को नहीं मिल रहा टेलीमेडिसिन सेवा का लाभ, इलाज के लिए जयपुर और कोलकाता के डॉक्टरों की टीम गठित गौरतलब है कि पिछले साल रामगढ़ बांध के बहाव क्षेत्र का दौरा करने आई मॉनिटरिंग कमेटी सदस्यों ने बांध के बहाव क्षेत्र व भराव क्षेत्र में उग रही बिलायती बबूल से पानी की रूकावट होने की आशंका जताई थी। सदस्यों ने प्रशासनिक अधिकारियों को जल्द से जल्द भराव व बहाव क्षेत्र में उग रही बिलायती बबूल को हटाने के निर्देश दिए थे।
READ NEWS : झील सूखी…कभी चीतल और बतखों से था आबाद था, अब तो सिर्फ शेष रह गई यादें
जिसके बाद एसडीएम जमवारामगढ़ ने टेंडर जारी कर 1 लाख 70 हजार रुपए में बांध से बिलायती बबूल हटाने का ठेका दिया था। जिसमें ठेकेदार को बारिश से पहले 30 जून तक का समय दिया था। अभी तक ठेकेदार ने बहाव क्षेत्र से आधी अधूरे बबूल हटाए है। जबकि मानसून सिर पर है। ऐसे में बहाव व भराव क्षेत्र से बिलायती बबूल नहीं हटने से हाईकोर्ट की मॉनिटरिंग कमेटी के आदेशों की धज्जियां उड़ती दिखाई दे रही है।
जिसके बाद एसडीएम जमवारामगढ़ ने टेंडर जारी कर 1 लाख 70 हजार रुपए में बांध से बिलायती बबूल हटाने का ठेका दिया था। जिसमें ठेकेदार को बारिश से पहले 30 जून तक का समय दिया था। अभी तक ठेकेदार ने बहाव क्षेत्र से आधी अधूरे बबूल हटाए है। जबकि मानसून सिर पर है। ऐसे में बहाव व भराव क्षेत्र से बिलायती बबूल नहीं हटने से हाईकोर्ट की मॉनिटरिंग कमेटी के आदेशों की धज्जियां उड़ती दिखाई दे रही है।
READ NEWS : वाटर हार्वेस्टिग सिस्टम फेल, कैसे बचेगी बूंद-बूंद
इनका कहना है
ठेकेदार को टेंडर जारी कर बारिश के मौमस से पहले बिलायती बबूल हटाने के लिए निर्देश दिए थे। अभी तक बहाव क्षेत्र से भी पूरी तरह बबूल के पेड़ नहीं हटे है। जिसको लेकर ठेकेदार को नोटिस दिया है। अगर ठेकेदार नहीं हटाता है टेंडर निरस्त कर दुबारा टेंडर किया जाएगा।
नरेन्द्रकुमार मीणा, एसडीएम, जमवारामगढ़
इनका कहना है
ठेकेदार को टेंडर जारी कर बारिश के मौमस से पहले बिलायती बबूल हटाने के लिए निर्देश दिए थे। अभी तक बहाव क्षेत्र से भी पूरी तरह बबूल के पेड़ नहीं हटे है। जिसको लेकर ठेकेदार को नोटिस दिया है। अगर ठेकेदार नहीं हटाता है टेंडर निरस्त कर दुबारा टेंडर किया जाएगा।
नरेन्द्रकुमार मीणा, एसडीएम, जमवारामगढ़