रामगढ़ बांध में विराटनगर, शाहपुरा, आमेर व जमवारामगढ़ तहसील के इलाकों में हुई बारिश का पानी पहुंचता है। बाणगंगा नदी के उदगम स्थल मैड़ क्षेत्र में अच्छी बारिश नहीं हुई। जिससे बाणगंगा नदी नहीं बही। कैचमेंट एरिया में बांध व तालाब भी नहीं है। अच्छी बारिश होने पर ही बाणगंगा का पानी बांध तक पहुंच सकता है।
राज बेपरवाह, अतिक्रमण ने अमृत को बांधा
अतिक्रमण : जमवारामगढ़. अमृत की राह के रोड़े रोड़ा नं.-1 जिम्मेदारों की अनदेखी के कारण जमवारामगढ़ उपखंड मुख्यालय से कस्बे के बीच होकर निकल रहा नाला मालियों की ढाणी से आगे सीरों का बांस में आकर नाला पूरी तरह अतिक्रमण की भेंट चढ़ चुका है। नाले में जेडीए ने सीमेंटेड़ सड़क बना दी है। जिससे नाला नजर ही नहीं आता। इस नाले में अतिक्रमण की वजह से जमवारामगढ़ कस्बे में बरसा पानी भी बांध तक नहीं पहुंचता।
हाईकोर्ट की मानिटरिंग कमेटी गठित करने के बाद चारों तहसीलों में सभी प्रकार के कुल 636 अतिक्रमण प्रशासन ने चिन्हित किये थे। सभी विभागों ने चिन्हित अतिक्रमणों को हटाने का प्रमाण पत्र भी दिया है। हकीकत यह है कि अब भी बांध के कैचमेंट एरिया में बने कई अतिक्रमण पानी की राह में रोड़ा बने हुए हैं। इन्हें पूरी तरह हटाया जाए तो बांध तक पानी पहुंच सकता है।
शाहपुरा/मनोहरपुर/राडावास। विराटनगर. RAMGARH DAM JAIPUR HINDI NEWS
रामगढ़ बांध केचमेंट एरिया से जुड़े क्षेत्रों में अभी तक एक बार भी अच्छी बारिश नहीं होने से नदियों में पानी नहीं आया। शाहपुरा व विराटनगर इलाके से बहने वाली माधोवेणी व बाणगंगा नदी अभी तक एक बार भी नहीं बही। ऐसे में पूरा सावन माह बीतने के बावजूद बांध में पानी नहीं पहुंचा। क्षेत्र के लोगों ने बताया कि अमरसर, नायन, राड़ावास एवं बिशनगढ़ क्षेत्र में भारी बारिश होती है, तो माधोवेणी नदी बहती है। इस नदी के मार्ग में दो छोटे बांध अरड़की और मामटोरी कलां आता है। बारिश के अभाव में अभी तक वो भी रीते पड़े है। तेज बारिश होने पर ये दोनों बांध पानी से लबालब होने के बाद ओवरफ्लो का पानी रामगढ़ बांध तक पहुंचता है।
65 फीट
कैचमेंट क्षेत्रफल
700 वर्ग किमी इस बार बांध के 6 गेजों पर हुई की स्थिति
575.04 रामगढ़ बांध
424 मारू की ढाणी ताला
390 सांगावाला आमेर
451 चांदावास आमेर
440.4 मामटोडी कला शाहपुरा
339 चेचाला विराटनगर