नापसंद थी पिता की हिदायतें
बेटी का अक्सर देर तक मोबाइल पर बात करना और चैंटिंग में लगा रहना पिता
जयकुमार को पसंद नहीं था। लडक़ी और गिरफ्तार किए गए उसके मित्र की दोस्ती से भी
पिता को आपत्ति थी। इसलिए जयकुमार ने कई बार बेटी को इन सबसे दूर रहने को कहा
था। पिता की ये सब हिदायतें बेटी को नापसंद थी। वह इसे अपने अधिकारों का हनन
मानने लगी और अंतत: पिता की हत्या कर दी।
बेटी का अक्सर देर तक मोबाइल पर बात करना और चैंटिंग में लगा रहना पिता
जयकुमार को पसंद नहीं था। लडक़ी और गिरफ्तार किए गए उसके मित्र की दोस्ती से भी
पिता को आपत्ति थी। इसलिए जयकुमार ने कई बार बेटी को इन सबसे दूर रहने को कहा
था। पिता की ये सब हिदायतें बेटी को नापसंद थी। वह इसे अपने अधिकारों का हनन
मानने लगी और अंतत: पिता की हत्या कर दी।
हत्या का मलाल नहीं
पिता की हत्या करने का बेटी को फिलहाल कोई मलाल नहीं है। सूत्रों के अनुसार
हत्याकांड का खुलासा होने के बाद जब पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया तब परिवार के
सभी लोग अचंभित रह गए। हालांकि परिवारजनों ने उसे पिता के अंतिम संस्कार में
भाग लेने को कहा लेकिन लडक़ी ने इससे साफ इनकार कर दिया।
पिता की हत्या करने का बेटी को फिलहाल कोई मलाल नहीं है। सूत्रों के अनुसार
हत्याकांड का खुलासा होने के बाद जब पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया तब परिवार के
सभी लोग अचंभित रह गए। हालांकि परिवारजनों ने उसे पिता के अंतिम संस्कार में
भाग लेने को कहा लेकिन लडक़ी ने इससे साफ इनकार कर दिया।