सरकारी स्कूलों में चार माह बाद विद्यार्थियों को फिर से गर्म दूध मिलना शुरू हो गया है। कई स्कूलों में बाल दिवस पर दूध वितरण शुरू किया गया। जिले की स्कूलों में सरस डेयरी से दूध पाउडर के पैकेट की आपूर्ति हो रही है। नई सरकार के गठन के बाद योजना को बंद कर दिया था और अब नाम बदलकर पुन: शुरू किया है। शहर सहित जिले के अन्य स्कूलों में दूध पाउडर पहुंचने लगा है। जिले में मिड डे मील योजना के तहत कक्षा 1 से 8 तक 54 हजार 414 नामांकन है। इनकी संख्या अनुसार प्रत्येक स्कूल मेें 6 माह की जरूरत के अनुसार दूध पाउडर की आपूर्ति की जा रही है। कोटपूतली ब्लॉक में योजना के तहत 8044 का नामांकन है। ब्लॉक की अधिकतर स्कूलों में दूध पाउडर की आपूर्ति हो चुकी है। दूध पाउडर के प्रत्येक कर्टन में 1-1 किलोग्राम के 5 बैग है।
योजना का बदला नाम
कांग्रेस सरकार के समय शुरू हुई मुख्यमंत्री बाल गोपाल दूध योजना के तहत स्कूलों में कक्षा 1 से 5वीं और 6 से 8वीं तक के बच्चों को दूध पाउडर दिया जाता था। नई सरकार के गठन होने के बाद ही योजना का संचालन बंद कर दिया। पिछले 4 माह से जिले के सरकारी स्कूलों में कक्षा 1 से 8वीं तक के 54,414 विद्यार्थी पोषण आहार से दूर थे। सरकार ने अब योजना का नाम बदलकर पन्नाधाय बाल गोपाल योजना किया है। इसके बाद से विद्यार्थियों को फिर से दूध मिलना शुरू हो गया है।
कांग्रेस सरकार के समय शुरू हुई मुख्यमंत्री बाल गोपाल दूध योजना के तहत स्कूलों में कक्षा 1 से 5वीं और 6 से 8वीं तक के बच्चों को दूध पाउडर दिया जाता था। नई सरकार के गठन होने के बाद ही योजना का संचालन बंद कर दिया। पिछले 4 माह से जिले के सरकारी स्कूलों में कक्षा 1 से 8वीं तक के 54,414 विद्यार्थी पोषण आहार से दूर थे। सरकार ने अब योजना का नाम बदलकर पन्नाधाय बाल गोपाल योजना किया है। इसके बाद से विद्यार्थियों को फिर से दूध मिलना शुरू हो गया है।
पोषण स्तर में वृद्धि योजना का लक्ष्य
बालकों के पोषण स्तर में वृद्धि इस योजना का प्रमुख लक्ष्य है। वर्तमान शिक्षक सत्र में पहली बार बच्चों को दूध पिलाया है। कई स्कूलों में बाल दिवस के मौके पर दूध के साथ बच्चों को केलों का भी वितरण किया गया। पन्नाधाय बाल गोपाल योजना का उद्देश्य बच्चों के पोषण स्तर में वृद्धि और आवश्यक पोषक तत्व उपलब्ध कराना है। योजना का नाम बदलने के अलावा दूध के पैकटों का भी नए कलेवर के साथ प्रारंभ किया है। दूध पाउडर पैकटों पर मुख्यमंत्री का फोटो भी अंकित किया है। पांचवी कक्षा के बालकों को 150 मिलीलीटर व 6 से 8 तक के विद्यार्थियों को 200 मिलीलीटर दूध दिया जाता है।
बालकों के पोषण स्तर में वृद्धि इस योजना का प्रमुख लक्ष्य है। वर्तमान शिक्षक सत्र में पहली बार बच्चों को दूध पिलाया है। कई स्कूलों में बाल दिवस के मौके पर दूध के साथ बच्चों को केलों का भी वितरण किया गया। पन्नाधाय बाल गोपाल योजना का उद्देश्य बच्चों के पोषण स्तर में वृद्धि और आवश्यक पोषक तत्व उपलब्ध कराना है। योजना का नाम बदलने के अलावा दूध के पैकटों का भी नए कलेवर के साथ प्रारंभ किया है। दूध पाउडर पैकटों पर मुख्यमंत्री का फोटो भी अंकित किया है। पांचवी कक्षा के बालकों को 150 मिलीलीटर व 6 से 8 तक के विद्यार्थियों को 200 मिलीलीटर दूध दिया जाता है।
इनका कहना है…
बच्चों के लिए दूध योजना का प्रारंभ फिर से हो गया है। जिले व ब्लॉक के स्कूलों में दूध पाउडर पैकटों का पहुंचना शुरू हो गया है और बच्चों को भी दूध का वितरण होने लगा है। जिन स्कूलों में अभी पैकेट नहीं पहुंचे है वहां जल्द ही पैकेट पहुंच जाएंगे।
रामसिंह यादव, जिला शिक्षा अधिकारी कोटपूतली बहरोड़
बच्चों के लिए दूध योजना का प्रारंभ फिर से हो गया है। जिले व ब्लॉक के स्कूलों में दूध पाउडर पैकटों का पहुंचना शुरू हो गया है और बच्चों को भी दूध का वितरण होने लगा है। जिन स्कूलों में अभी पैकेट नहीं पहुंचे है वहां जल्द ही पैकेट पहुंच जाएंगे।
रामसिंह यादव, जिला शिक्षा अधिकारी कोटपूतली बहरोड़