बगरू सहायक कृषि अधिकारी विद्यासागर बावलिया ने बताया कि उपनिदेशक कृषि विस्तार बीआर कड़वा, बीएल शर्मा, पौध व्याधि वैज्ञानिक डॉ. रिद्धशंकर शर्मा व कृषि वैज्ञानिक कृषि अनुसंधान दुर्गापुरा डॉ. विपिनकुमार आदि की टीम ने कस्बे के ग्राम पंचायत रामपुराऊंती सहित आसपास के क्षेत्र में दौरा करने पर मूंगफली व मूंग की फसल में हरी लट व सफेदलट आदि में कीट का प्रकोप मिला। इस दौरान बगरू, मंडोर, फागी व दूदू आदि क्षेत्र में फसलों में टीम के द्वारा निरीक्षण किया गया, साथ ही किसानों को रोकथाम के लिए सुझाव भी बताए।
यह बताए किसानों को उपाय
किसानों को बताया कि मूंगफली की फसल में इमिडाक्लोप्रिड तीन सौ ग्राम प्रति हेक्टेयर जिया साइपरमैथरीन दो ग्राम प्रति लीटर पानी में मिलाकर के हरी लट से रोकथाम किया जा सकता है, साथ ही इसके मुंह पर भी स्प्रे करने पर रोकथाम हो सकेगी। बाजरे की फसल में फड़का लगने पर क्योंनाल फास डस्ट1.5/25 किलो प्रति हेक्टेयर के हिसाब से बुरकाव करने पर रोकथाम हो सकती है। इस अवसर पर बगरू सहायक कृषि अधिकारी विद्यासागर बावलिया ने अधिकारियों को खेतों में खरीफ फसलों का दौरा करवाकर कृषकों को अन्य योजनाओं की भी जानकारी प्रदान की। इस मौके पर ग्राम पंचायत रामपुराऊंती सरपंच प्रतिनिधि, रामनारायण थौरी सहित ग्रामीण किसान लोग उपस्थित रहे।
किसानों को बताया कि मूंगफली की फसल में इमिडाक्लोप्रिड तीन सौ ग्राम प्रति हेक्टेयर जिया साइपरमैथरीन दो ग्राम प्रति लीटर पानी में मिलाकर के हरी लट से रोकथाम किया जा सकता है, साथ ही इसके मुंह पर भी स्प्रे करने पर रोकथाम हो सकेगी। बाजरे की फसल में फड़का लगने पर क्योंनाल फास डस्ट1.5/25 किलो प्रति हेक्टेयर के हिसाब से बुरकाव करने पर रोकथाम हो सकती है। इस अवसर पर बगरू सहायक कृषि अधिकारी विद्यासागर बावलिया ने अधिकारियों को खेतों में खरीफ फसलों का दौरा करवाकर कृषकों को अन्य योजनाओं की भी जानकारी प्रदान की। इस मौके पर ग्राम पंचायत रामपुराऊंती सरपंच प्रतिनिधि, रामनारायण थौरी सहित ग्रामीण किसान लोग उपस्थित रहे।