इस अवसर पर एमएलसी पवन सिंह चौहान ने बताया कि जब डॉ. राधाकृष्णन भारत के राष्ट्रपति बने, तो उनके कुछ पूर्व छात्रों ने उनका जन्मदिन मनाने के लिए उनसे संपर्क किया। जवाब में उन्होंने कहा कि मेरा जन्मदिन मनाने के बजाय अगर 5 सितंबर को शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाए तो यह मेरे लिए सौभाग्य की बात होगी। तब से 5 सितंबर को देश में शिक्षक दिवस मनाया जाता है। वहीं उपाध्यक्ष पीयूष सिंह चौहान ने युवाओं की ऊर्जा की दिशा तय करने में शिक्षकों और शिक्षा की महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर दिया। सुष्मिता सिंह चौहान ने कहा कि महिलाएं समाज की पहली शिक्षिका होती हैं, जो बचपन से ही समाज को बेहतर बनाने के लिए उचित मूल्यों का संचार करती हैं। समारोह के बाद शिक्षकों ने कहा कि एसआर परिवार का सदस्य होना उनके लिए गर्व की बात है।