डूब ग्राम भवती के पास गोई नदी के किनारे बना प्राचीन राजगढ़ी डेरा शिव मंदिर भी सोमवार को जलमग्न हो गया। ग्रामीणों ने बताया कि गोई नदी के किनारे इस मंदिर को राजाओं ने विस्थापित किया था। प्रशासन ने कई बार डूब क्षेत्र का दौरा किया, लेकिन इस मंदिर पर किसी ने कोई ध्यान नहीं दिया। इस मंदिर का पुनर्वास भी अभी बाकी है। श्रावण मास में इस मंदिर में दूर-दूर से दर्शनार्थी पूजन-अर्चन के लिए आते है। वहीं, मंदिर के पास बसे ग्राम चीपाखेड़ी पहुंच मार्ग के पुल पर भी पानी आना शुरू हो गया है। डूब से बाहर इस गांव में जाने का एक ही रास्ता होने से जलस्तर बढऩे के बाद आवागमन बंद हो जाएगा।