यहां पढ़ें पूरा मामला
मप्र के बड़वानी जिले के सेंधवा विकासखंड स्थित एक शासकीय विद्यालय में चार महीने पहले एक शिक्षक की मौत हो गई थी। मौत के चार महीने बाद तक सरकारी खजाने से शिक्षक को समय पर सैलरी मिलती रही। लेकिन किसी भी जिम्मेदार को इस मामले की भनक तक नहीं लगी। लेकिन अब जैसे ही मामला उजागर हुआ तो अधिकारी रिकवरी की तैयारी में लग गए हैं।
ऐसे सामने आया मामला
मामले में सेंधवा विकासखंड के शिक्षा अधिकारी लोकेंद्र सोहनी ने बताया कि प्राथमिक विद्यालय सोनखेड़ी में कार्यरत शिक्षक लक्ष्मण चौहान का निधन हो गया। निधन के चार महीने बाद भी परिवार के लोग उसकी सैलरी लेते रहे। अब परिजनों सेकरीब एक लाख 30 हजार रुपए की रिकवरी की जा रही है। उन्होंने बताया कि शिक्षक लक्ष्मण चौहान का निधन 10 जून 2021 को हो गया था। उसके परिवार को अनुग्रह राशि छोड़कर अन्य समस्त स्वत्वों का भुगतान कर दिया गया था। इसके बावजूद उनके कार्यालय के माध्यम से 1 जुलाई 2021 से 4 महीने तक का वेतन निकाल लिया गया। उसके खाते में जमा कर दिया गया। मृतक की पत्नी ने अनुकंपा पर नियुक्ति के लिए जब आवेदन दिया तब मामले का खुलासा हुआ। विकासखंड शिक्षा अधिकारी ने बताया कि उनके कार्यालय में कार्यरत लेखापाल को पूर्व में निलंबित कर दिया गया था। इसके बाद नियुक्त किए गए लेखापाल भी निलंबित हो चुके हैं। उधर मृतक शिक्षक के विद्यालय से जुड़े संकुल प्राचार्य का कहना था कि उन्होंने किसी प्रकार की उपस्थिति नहीं भेजी थी।