राहत की बात यह भी है कि बढ़ती सर्दी के बीच इस बार मौसमी बीमारियां जैसे वायरल बुखार, जुकाम, खांसी के मरीज काफी कम आ रहे हैं। आज से एक सप्ताह पहले जहां डेंगू के मरीज १७०-८० आ रहे थे वे अब घटकर ७०-८० तक पहुंच गए हैं। भर्ती मरीजों में भी करीब सवा सौ की कमी आई है।
पिछले कुछ समय से बाड़मेर में डेंगू ने पांव पसार रखे हैं। राजकीय मेडिकल चिकित्सालय बाड़मेर में डेंगू के चलते ओपीडी पर मरीजों की भीड़ रहती थी तो भर्ती मरीजों के चलते बेड कम पड़ रहे थे। एेसे में डोम अस्पताल में मरीजों को भर्ती किया जा रहा था। लोग कोरोना की तरह डेंगू के बढ़ते प्रकोप से परेशान थे। बिगड़ती स्थिति के बीच अचानक बढ़ी सर्दी ने डेंगू की चिंता को आधा कर दिया है। पूर्व में जहां प्रतिदिन १७०-८० मरीज राजकीय अस्पताल में जांच के दौरान डेंगू के मिल रहे थे वहां अब पिछले चार-पांच दिन में घट कर ७०-८० रह गए हैं। वहीं अस्पताल में बीमारियों के चलते करीब पांच सौ-सवा पांच सौ मरीजों को भर्ती किया जा रहा था, वह आंकड़ा अब चार सौ के आसपास रह गया है। विशेषज्ञों के अनुसार इसी तरह की स्थिति रहती है तो बमुश्किल दस दिन में डेंगू का असर लगभग खत्म हो जाएगा। गौरतलब है कि डेंगू को लेकर एलीजा टेस्ट को ही सरकारी स्तर पर सही माना जाता है जिसकी रिपोर्ट के आधार पर डेंगू का असर कम नजर आ रहा है।
मौसमी बीमारियां भी कम- डेंगू घटने से जहां आमजन राहत महसूस कर रहा है तो इस बात को लेकर भी चिंता कम है कि मौसमी बीमारियों का असर कम नजर आ रहा है। बुखार के मरीज काफी कम है तो खांसी व जुकाम भी कम लोगों को जकडऩ में ले रहा है। बमुश्किल दस-पन्द्रह फीसदी मरीज ही एेसे आ रहे हैं जो राहत की बात है।
कतारें होने लगी छोटी- डेंगू का असर कम होते ही प्रतिदिन ओपीडी में कमी नजर आ रही है। लम्बी कतारें अब थोड़ी छोटी होने लगी है। वहीं, सर्दी शुरू होते ही लोग भी अतिरिक्त सावचेती बरत रहे हैं जिस पर मौसमी बीमारियां कम असर कर रही है।
डेंगू का असर तेजी से हो रहा कम- पिछले दस दिन से डेंगू का असर तेजी से कम हो रहा है। मौसमी बीमारियों का असर भी कम होना राहत की बात है। आगामी कुछ दिनों में डेंगू लगभग बेअसर हो जाएगा।– डॉ. महिपाल चौधरी, कनिष्ठ विशेषज्ञ मेडिसिन विभाग राजकीय मेडिकल कॉलेज बाड़मेर