बारिश ज्यादा होने से हुआ नुकसान
सब्जियों के दाम ज्यादा बढ़ने का इस बार का कारण बारिश ज्यादा होने से फसलें नष्ट होना बताया जा रहा है। किसानों को उपज 30 प्रतिशत ही प्राप्त हुई है। सब्जियों की 70 प्रतिशत फसल को नुकसान का आंकलन लगाया जा रहा है।देसी सब्जी से राहत
गांवों में इन दिनों देसी सब्जियां होने से आम ग्रामीण को राहत मिली हुई है। काचरा, ग्वारफली, टिंडसी की सब्जियों के साथ ही छाछ, दही के साथ का मेल मिल रहा है। यह भी पढ़ें
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बाड़मेर में मर्जी के भाव
बाड़मेर में सब्जी मण्डी और बाजार के भाव में दस से बीस रुपए किलोग्राम तक का फर्क है। इस पर यदि आप पाव सब्जी लेंगे तो 30 रुपए लगाएंगे और किलोग्राम के 100 रुपए। यानि इस पर भी प्रति किलोग्राम 20 रुपए का मुनाफा कमाया जा रहा है। इसको लेकर कोई पाबंदी नहीं लगाई जा रही है। उपभोक्ता पाव खरीदे या किलोग्राम इसमें तो भाव एक ही होने चाहिए। किसी प्रकार का बाट तोल विभाग, रसद विभाग या प्रशासन का दखल नहीं होने से यह ढर्रा लगातार चल रहा है। उपभोक्ता के ऐतराज को सब्जी विक्रेता महत्व नहीं दे रहे है।