उन्होंने कहा कि हमें किसी भी कठिन परिस्थिति में धैर्य व साहस से काम लेना चाहिए। क्षत्रिय के जो गुण बताए गए है, गीता में शौर्य, तेज,धैर्य आदि इन सब गुणों को जीवन में ढालने के लिए अभ्यास की आवश्यकता पड़ती है। श्री क्षत्रिय युवक संघ हमारे अंदर विद्यमान क्षत्रियत्व को जगाने का काम करता है। उन्होंने कहा कि जन्म से कोई क्षत्रिय नहीं बनता बल्कि उसके अनुसार कार्य करने से ही क्षत्रिय बना जा सकता है। रणभेरी बजे तब तो तुरंत जागकर कर्तव्यनिष्ठ होकर लग जाए वो क्षत्रिय है। इसलिए श्री क्षत्रिय युवक संघ इंसान को इंसान बनाने का कारखाना है, जहां व्यक्ति को कर्तव्य बोध करवाया जाता है।
फाउंडेशन के केंद्रीय टीम के सदस्य महेंद्र सिंह तारातरा ने बताया कि श्री क्षत्रिय युवक संघ अपने आदर्श वीर दुर्गादास राठौड़ की जयंती 13 अगस्त (आंग्ल तिथि अनुसार)से लेकर 21 अगस्त (भारतीय पंचांग अनुसार) तक लगातार देश भर में मना रहा है। इसी कड़ी में जयंती समारोह का आयोजन हुआ। सर्वप्रथम कृष्णसिंह रानीगांव ने मंगलाचरण से समारोह को विधिवत रूप से प्रारम्भ किया। स्वागत भाषण रावत त्रिभुवन सिंह ने दिया। फाउंडेशन के समन्वयक रेवंतसिंह पाटोदा ने राष्ट्रनायक दुर्गादास राठौड़ का विस्तार से जीवन परिचय दिया। आजादसिंह राठौड़ ने आभार प्रकट किया।
यह रहे मौजूद
समारोह में बाड़मेर विधायक मेवाराम जैन, नगर परिषद सभापति दिलीप माली, पूर्व सांसद मानवेन्द्रसिंह, पूर्व मंत्री गफूर अहमद, पूर्व विधायक तरुणराय कागा डॉ. जालमसिंह रावलोत, छोटूसिह भाटी, सेवानिवृत्त पुलिस महानिरीक्षक महेंद्र चौधरी, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विभाग प्रचारक विजेंद्र कुमार, राम सिंह बोथिया, स्वरूपसिंह खारा, खुमाणसिंह सोढ़ा, केप्टन हीरसिंह भाटी सहित सर्व समाज के लोग मौजूद रहे।