किशनसिंह के पिता अमरसिंह व दादा वीरमसिंह ने एक लाख रुपए लौटाते हुए मात्र एक रुपया रखा और कहा कि दहेज लेन-देन गलत है। अमरसिंह ने बताया कि उनका इकलौता पुत्र किशनङ्क्षसह वर्तमान प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहा है, वे व्यापारी है।
उनको दहेज नहीं चाहिए। शिक्षक रावतसिंह महेचा ने बताया कि समाज में दहेज प्रथा व टीका दस्तूरी बंद करने के लिए हर किसी को एेसी पहल करनी होगी। किशनसिंह के पिता अमरसिंह व दादा वीरमसिंह ने एक लाख रुपए लौटाते हुए मात्र एक रुपया रखा हर किसी को एेसी पहल करनी होगी।