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बाड़मेर

Barmer News: जमकर बरसा मानसून, फिर भी राजस्थान के इस जिले के किसान परेशान, कैसे करें फसल की बुवाई

Barmer News: बाड़मेर जिले में वर्तमान में करीब 8 से 10 हजार डीएपी खाद बैग की जरूरत है, लेकिन जानकारी अनुसार किसी भी मार्केटिंग सोसाइटी में मुट्ठी भर डीएपी खाद उपलब्ध नहीं है।

बाड़मेरSep 29, 2024 / 12:02 pm

Rakesh Mishra

Barmer News: डीएपी खाद की कमी को लेकर किसानों इन दिनों परेशान हैं। नवरात्र की शुरुआत के साथ किसान रबी फसल की बुवाई करेंगे। इससे पहले डीएपी की जरूरत है। जिले में मुट्ठी भर डीएपी खाद उपलब्ध नहीं है। डीएपी खाद के लिए किसान मार्केटिंग सोसाइटियों के चक्कर काट रहे हैं।

कम आपूर्ति की यह है वजह

जानकारी अनुसार रॉक फास्फेट खनिज से डीएपी खाद का निर्माण किया जाता है। यह खनिज चीन व रूस में सर्वाधिक होता है। चीन-भारत के बीच सीमा विवाद को लेकर लंबे समय से सरकार चीन से माल नहीं खरीद रही है। दूसरी और रूस-यूक्रेन के बीच जारी युद्ध पर कच्चे माल की आवक बहुत कम हो रही है। मांग अधिक होने पर कई देशों ने कच्चे माल की कीमतों में बढ़ोतरी कर दी है। ऐसे में बढ़ी कीमत में माल खरीद तैयार करने व बड़े अनुदान पर इसे किसानों को उपलब्ध करवाने को लेकर मुश्किल खड़ी हो गई है।

8 से 10 हजार बैग डीएपी खाद बैग की जरूरत

प्रदेश सहित क्षेत्र में इस वर्ष अच्छी मानसून बरसात हुई है। लूनी नदी में करीब दो महीने पानी के बहाव पर जल स्तर में अच्छा सुधार हुआ है। इस पर समदड़ी, सिवाना, बालोतरा, सिणधरी, बायतु आदि क्षेत्र में बड़ी संख्या में किसान रबी फसल की बुवाई करेंगे। भरपूर मानसून बरसात पर किसान सेवज खेती के रुप में सरसों, चने की खेती करेंगे। इस पर पूरे बाड़मेर में वर्तमान में करीब 8 से 10 हजार डीएपी खाद बैग की जरूरत है, लेकिन जानकारी अनुसार किसी भी मार्केटिंग सोसाइटी में मुट्ठी भर डीएपी खाद उपलब्ध नहीं है।

क्यों जरूरी

रबी बीज बुवाई के साथ किसान खेतों में डीएपी खाद देते हैं। इससे की भूमि उर्वरा शक्ति बढ़ने पर बीज अच्छी तरह अंकुरित हों। इस पर अधिकांश किसान बीज बुवाई के साथ डीएपी खाद देते हैं।

1800 आए थे और खत्म

एक सप्ताह पहले मार्केटिंग सोसायटी बालोतरा में करीब 1800 डीएपी खाद के बैग पहुंचे थे, लेकिन अगले तीन दिन में यह बैग समाप्त हो गए। इस पर डीएपी खाद के लिए मार्केटिंग सोसायटी पहुंचने वाले दर्जनों किसान निराश होकर घरों को लौटाने को मजबूर हैं।
सरकार व प्रशासन किसानों की समस्याओं को लेकर गंभीर नहीं है। रबी सीजन प्रारंभ होने से पहले जरूरत अनुसार खाद उपलब्ध करवाई जानी चाहिए। इससे किसान अन्य काम समय पर पूरे कर सके। खाद उपलब्ध नहीं होने पर चक्कर काटने से कीमती समय खराब हो रहा है। इस बार जमाना अच्छा है तो यह समस्या आ गई है।
– देवाराम मेघवाल, किसान थोब
मैं डीएपी खाद के लिए कई बार मार्केटिंग सोसायटी बालोतरा के चक्कर लगा चुका हूं, लेकिन अभी तक खाद उपलब्ध नहीं हुई। ऐसे में रबी सीजन शुरू होने को लेकर बहुत परेशान हो रहे है। जनप्रतिनिधियों को इस मामले में तुंरंत पैरवी करनी चाहिए।
  • खीमारा पटेल, सराणा
नवरात्र शुरुआत में रबी फसल की बुवाई करुंगा। इस पर मैं डीएपी खाद लेने के लिए पहुंचा, लेकिन मार्केटिंग सोसाइटी में खाद उपलब्ध नहीं होने से बहुत अधिक निराश हूं। सरकार अविलंब किसानों को खाद उपलब्ध करवाएं।
  • भोमाराम, किसान पारलू
मार्केटिंग सोसायटी बालोतरा में चार दिन पहले पहुंची डीएपी खाद खत्म हो चुकी है। खाद के लिए हर दिन सैकड़ों जने चक्कर लगा तो मोबाइल पर संपर्क कर रहे हैं। खाद की मांग अधिक है। कब उपलब्ध होगी, इस संबंध में कुछ भी जानकारी नहीं है।
  • गणपत पटेल सेल्समैन, मार्केटिंग सोसायटी बालोतरा
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