पार्टी की ओर से टिकट न देने पर रवींद्र सिंह भाटी के निर्दलीय चुनावी मैदान में उतरने का यह वाकया पहली बार का नहीं है। इससे पहले वे 2019 में जयनारायण व्यास यूनिवर्सिटी से एबीवीपी से छात्रसंघ अध्यक्ष का चुनाव लड़ना चाहते थे, लेकिन टिकट नहीं मिला। इसके बाद उन्होंने निर्दलीय चुनाव लड़कर रिकॉर्ड जीत हासिल की थी। बाड़मेर जिले की सात विधानसभाओं में कुल 62 उम्मीदवार चुनाव मैदान में अपना भाग्य आजमाएंगे। आगामी चौदह दिनों तक चुनाव घमसान थार में नजर आएगा। जिले की चार विधानसभा बाड़मेर, बायतु, शिव व गुड़ामालानी में 9-9 प्रत्याशी मैदान में है। पचपदरा में दस और सिवाना में सर्वाधिक 11 तथा चौहटन में सबसे कम 5 उम्मीदवार मैदान में है। चौहटन विधानसभा में सबसे ज्यादा 3 लाख से अधिक वोट है, वहां पर केवल पांच प्रत्याशियों में मुकाबला होगा।
कहां पर कैसा मुकाबला
यहां त्रिकोणीय मुकाबला
बाड़मेर : भाजपा-दीपक कड़वासरा, कांग्रेस-मेवाराम जैन, निर्दलीय-प्रियंका चौधरी
चौहटन : भाजपा- आदूराम मेघवाल- कांग्रेस-पदमाराम मेघवाल, रालोपा-तरुण कागा
बायतु : भाजपा- बालाराम मूढ़, कांग्रेस-हरीश चौधरी, रालोपा-उम्मेदाराम
सिवाना : भाजपा- हमीरसिंह भायल, कांग्रेस- , निर्दलीय- सुनिल परिहार
पंच कोण…खेलेंगे पल-पल शह और मात
शिव : भाजपा-स्वरूपसिंह खारा, कांग्रेस-अमीनखां, निर्दलीय-रविन्द्रसिंह भाटी, फतेहखां और रालोपा-जालमसिंह
कहां कितने प्रत्याशी मैदान में
बाड़मेर : 09
बायतु : 09
शिव : 09
सिवाना : 11
पचपदरा : 10
गुड़ामालानी : 09
चौहटन : 05