बाड़मेर जिले में डेंगू के केस अप्रेल में आने शुरू हुए थे, लेकिन विभाग ने नियंत्रण को लेकर कोई विशेष प्रयास धरातल पर नहीं किए। जहां पर मौसमी बीमारियों की आशंका के चलते गतिविधियां करवाई गई, उनकी सत्यापन में ही पोल खुल गई, लेकिन संबंधित पर कोई कार्रवाई नहीं करके लीपापोती कर दी गई। अब मौसमी बीमारियां कहर बन रही है। मलेरिया के बाद अब डेंगू ने फन उठा लिया है। शहरी इलाकों में तेजी से डेंगू फैल रहा है। बड़े-बच्चे और बुजुर्ग डेंगू की चपेट में आ रहे हैं।
किशोर व युवा सबसे ज्यादा पीड़ित
पिछले कुछ दिनों में डेंगू पीड़ित के आंकड़े में किशोर व युवा सबसे ज्यादा पीड़ित हैं। इसमें हॉस्टल में रहने वाले छात्र भी पीड़ित सामने आ रहे है। हालांकि अभी डेंगू लक्षणों वाले बुखार पीड़ितों की जांच नहीं करवाई जा रही है, लेकिन डेंगू का आंकड़ा अब डरा रहा है। बाड़मेर शहर की कॉलोनियों में रहने वालों को खतरा सबसे ज्यादा है, क्योकिं ऐसे इलाकों में बरसात के पानी का जमाव हुआ था और कई स्थानों पर अभी कीचड़ और जल भराव के हालात है। यहां के इलाकों में मच्छरों की भरमार है।इमरजेंसी में स्थिति
राजकीय जिला अस्पताल में मंगलवार को आपातकालीन वार्ड के सभी बेड फुल हो गए। वार्ड फुल होने और चिकित्सकों के राउंड के दौरान इमरजेंसी में अचानक से ज्यादा रोगियों के आने पर उन्हें वहीं पर रखा गया। काफी देर बाद वार्ड में बेड खाली होने पर इमरजेंसी से शिफ्ट किया गया।अतिरिक्त वार्ड शुरू
अस्पताल में कुल 570 बेड की सुविधा है। वर्तमान में मौसमी बीमारियों के पीड़ितों की भरमार है। ऐसे में अतिरिक्त वार्ड शुरू किया गया है। अभी कुल 600 बेड पर मरीज भर्ती है। रोजाना अस्पताल में भर्ती होने वाले रोगियों का आंकड़ा पिछले काफी दिनों से 200 के पार चल रहा है। ऐसे हालात में अस्पताल के वार्ड फुल हो चुके हैं।रोजाना एलाइजा टेस्ट
पिछले कुछ दिनों से जिला अस्पताल में रोजाना 80-100 सैम्पल की डेंगू जांच हो रही है। जबकि कुछ दिनों पहले यह व्यवस्था एक दिन छोड़कर हो रही थी, लेकिन अब ओपीडी में डेंगू संदिग्धों की संख्या बढ़ने के कारण सैम्पल भी ज्यादा आ रहे हैं। इसके चलते एलाइजा टेस्ट प्रतिदिन किए जा रहे हैं।आंकड़ों में भी हेराफेरी
चिकित्सा विभाग के सूत्रों का कहना है कि बाड़मेर जिले में अब तक करीब 270 से अधिक डेंगू पॉजिटिव मिल चुके हैं, लेकिन बाड़मेर चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की ओर से केवल 121 केस की रिपोर्टिंग मुख्यालय को भेजी गई है। डेंगू पॉजिटिव के आंकड़ों में भी हेराफेरी की जानकारी सामने आई है। बाड़मेर जिले में डेंगू के हालात बेकाबू हो रहे हैं।बाड़मेर में डेंगू केस
30 अगस्त 2530 सितम्बर 85
01 अक्टूबर 121
(स्रोत…स्वास्थ्य विभाग)
मरीज काफी बढ़े हैं
अस्पताल में मरीज काफी बढ़े हैं जिसमें सबसे अधिक मौसमी बीमारियों से पीड़ित हैं। प्रतिदिन 200 के करीब रोगी भर्ती हो रहे हैं। अतिरिक्त वार्ड शुरू कर दिया है। अस्पताल की क्षमता के अनुसार 570 बेड लगे है, लेकिन रोगियों की बढ़ती संख्या के चलते अभी 600 बेड कर दिए गए हैं। डेंगू जांच के लिए एलाइजा टेस्ट भी अभी रोजाना हो रहे हैं।- डॉ. बीएल मंसूरिया, अधीक्षक, संलग्न चिकित्सालय समूह राजकीय मेडिकल कॉलेज, बाड़मेर
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