बाड़मेर

अब डेंगू के जानलेवा होने का खतरा, 6 दिनों में 60 पॉजिटिव केस, बाड़मेर में मलेरिया पॉजिटिव 300 केस रिपोर्ट

रोजाना 10-12 पॉजिटिव केस सामने आ रहे है। बड़े ही नहीं बच्चे भी डेंगू की जद में आ चुके है। पीडि़तों में प्लेटलेट कम होती जा रही है। बाड़मेर जिला अस्पताल से ऐसे केस रैफर भी किए जा रहे हैं। डेंगू प्रदेश में जानलेवा बन चुका है

बाड़मेरOct 07, 2024 / 12:36 pm

Mahendra Trivedi

डेंगू के खतरे का दायरा बढ़ता जा रहा है। जिले में अब रोजाना 10-12 पॉजिटिव केस सामने आ रहे है। बड़े ही नहीं बच्चे भी डेंगू की जद में आ चुके है। पीडि़तों में प्लेटलेट कम होती जा रही है। बाड़मेर जिला अस्पताल से ऐसे केस रैफर भी किए जा रहे हैं। डेंगू प्रदेश में जानलेवा बन चुका है। पिछले कुछ दिनों में मौतों के मामले बढ़े हैं। चिकित्सा विभाग ने भी 5 अक्टूबर तक की रिपोर्ट में कोटा और जयपुर ग्रामीण में एक-एक मौत की पुष्टि की है।

निजी अस्पतालों में लगातार बढ़ रहे केस

बाड़मेर में अक्टूबर के पिछले छह दिनों में डेंगू ने कहर बरपा दिया है। चिकित्सा विभाग डेंगू पॉजिटिव उन्हीं मामलों को गिन रहा है जो एलाइजा टेस्ट हुए है। इसके अलावा निजी में उपचार लेने वाले सैकड़ों मरीजों के कार्ड से टेस्ट हो रहे हैं और डेंगू पॉजिटिव मिल रहे है। उनको विभाग गिनता नहीं है। ऐसे में डेंगू के केस निजी अस्पतालों में लगातार बढ़ रहे हैं।

मलेरिया फिर लौटा

बाड़मेर में मलेरिया फिर लौट आया है। सितम्बर महीने में चिकित्सा विभाग ने यह माना था कि अब मलेरिया काफी नियंत्रण में इस बीच अक्टूबर में मलेरिया के मामले लगातार बढ़े है। अब बाड़मेर जिले में यह आंकड़ा 300 के पास पहुंच चुका है। जिले में तीस सितम्बर तक डेंगू के 85 और मलेरिया के 270 केस रिपोर्ट हुए थे। अब 5 अक्टूबर तक केस मलेरिया के केस 295 और डेंगू 145 पर पहुंच चुका है। उल्लेखनीय है कि प्रदेश में मलेरिया के रोगी सर्वाधिक बाड़मेर जिले में है।

अस्पताल में नो-बेड की स्थिति

मौसमी बीमारियों के पीडि़तों की बढ़ती संख्या के आगे अस्पताल में बेड कम पड़ रहे हैं। जिला अस्पताल में 600 बेड लगा चुके है लेकिन बीमारों का आंकड़ा बढ़ रहा है। इसके कारण अस्पताल में बेड खाली होने के इंतजार में इमरजेंसी और डे-केयर में इंतजार करना पड़ता है।

मरीजों को स्वस्थ होने में लग रहा समय

चिकित्सकों का कहना है कि अस्पताल में मरीजों की संख्या इसलिए भी बढ़ रही है कि स्वस्थ होने में काफी समय लग रहा है। सामान्यत: दो-तीन दिन भर्ती रखने के बाद बुखार के रोगियों को डिस्चार्ज कर दिया जाता है। लेकिन लॉंग फीवर होने के कारण मरीज को स्वस्थ होने में समय काफी लग रहा है। इसके कारण अस्पताल में बेड की कमी हो गई है।

ये लक्षण तो करवाएं डेंगू जांच

डेंगू के लक्षणों में अचानक तेज बुखार, तेज सिरदर्द, जोड़ों और मांसपेशियों में असहनीय दर्द, आंखों के पीछे दर्द, सूजी हुई लिम्फ़ ग्रंथियां, बार-बार उल्टी और घबराहट में कोई लक्षण होन पर तुरंत चिकित्सक को दिखाएं। उपचार के साथ ही डेंगू की जांच भी करवाना जरूरी है।

बाड़मेर: कैसे बढ़ रहे केस

तारीख……….. डेंगू……….. मलेरिया

30 सितम्बर …85 ………..270

01 अक्टूबर …121 ………..274

04 अक्टूबर …136……….. 289

05 अक्टूबर …145 ………..295

(स्वास्थ्य विभाग के आंकड़े)

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