इसके बाद केंद्रीय मंत्री कैलाश चौधरी ने अपनी माँ स्चुकी देवी को 17वीं पुण्यतिथि पर याद करते हुए कहा कि मेरी माँ की ओर से प्रदत्त ज्ञान, संस्कार एवं जरूरतमंद लोगों की मदद करने के गुण को मैं आज भी प्रचार-प्रसार कर उन्हीं के नाम को सार्थक करने के प्रयास कर रहा हूं।
मैं आज मेरी मां का स्मरण कर रहा हूँ, जो आज हमारे बीच नहीं है फिर भी उनकी दी हुई शिक्षा, संस्कार और आदर्श हमारा मार्गदर्शन करते हैं। इसके बाद कैलाश चौधरी ने अपने पैतृक गांव जानियाना में दादी मां से आशीर्वाद लिया।