टीलसिंह महेचा ने कहा कि बाड़मेर जिले के समस्त मंत्रालयिक कर्मचारी एक है तथा एक ही रहेगें, उन्होने कहा कि जब-जब आन्दोलन हुए बाड़मेर जिले में एकता कायम रखी। प्रदेष कार्यकारणी सदस्य आम्बाराम बोसियां ने कहा कि प्रदेश के समस्त संगठन एक जाजम पर नहीं होंगे तो बाड़मेर जिला किसी भी संगठन का सहयोग नहीं करेगा।
पीराराम शर्मा प्रदेष परामर्शक शिक्षा विभाग बाड़मेर ने कहा कि जब-जब आवश्यकता हुई शिक्षा विभाग बाड़मेर ने जिले के मंत्रालयिक कर्मचारियों के साथ कंघे से कंघा मिलाकर सहयोग किया। मंत्रालयिक कर्मचारी महासंघ के जिलाध्यक्ष टीलसिंह ने इस्तीफा दिया जिसे स्वीकार करते हुए प्रीतमसिंह भुरटिया ने बाबूलाल संकलेचा का नाम प्रस्तावित किया गया जिस पर ध्वनिमत से जिलाध्यक्ष बाबूलाल संकलेचा को बनाया गया।
बाबूलाल सकंलेचा ने आभार प्रकट करते हुए कहा कि मुझे जिम्मेदारी सौपी है उसके अनुरूप खरा उतरुंगा। उन्होंने कहा कर्मचारी हित और एकता को लेकर पूरा प्रयास रहेगा। प्रतीमसिंह भुरटिया ने आभार जताया। दुर्जनसिंह, रामसिंह, रघुवीरसिंह, गणपत मेवाड़ा, केदार शर्मा, भागीरथ गुप्ता, शैतानसिंह,अशोक कुमार, मनीष जोशी, जयप्रकाश गौड़, जसपालसिंह, हनुमानसिंह, प्रवीणसिंह राजपुरोहित आदि उपस्थित थे।