उन्होंने कहा कि कमलेश प्रजापत मामले में अगर गुनाहगार हूं और मुझे फांसी हो जाए तो अफसोस मत करना, लेकिन हरीश गलत नहीं है। किन ताकतों ने किस मकसद से मुझे बदनाम करने का प्रयास किया, उन सब का आकलन करने की अपील करता हूं।
कमलेश एनकांउटर के बाद राजस्थान सरकार की अनुशंषा से सीबीआइ जांच शुरू हुई, लेकिन कुछ मेरे मित्र हैं जिनमें अपनी बात समाज के सामने सीधी रखने की हिम्मत नहीं है। उन्होंने दूसरे लोगों को आगे करने के साथ-साथ उनका उपयोग भी किया।
कमलेश एनकांउटर के बाद राजस्थान सरकार की अनुशंषा से सीबीआइ जांच शुरू हुई, लेकिन कुछ मेरे मित्र हैं जिनमें अपनी बात समाज के सामने सीधी रखने की हिम्मत नहीं है। उन्होंने दूसरे लोगों को आगे करने के साथ-साथ उनका उपयोग भी किया।
जब कमलेश प्रजापत एनकांउटर जांच के बाद दूध-दूध और पानी का पानी होगा, तब अगर हरीश गलत है तो जेल जाएगा और गलत नहीं है और बरी होता है तो इस विवाद के पीछे जो कोई भी ताकतें हैं, उनको सामने आकर समाज को जवाब देना चाहिए। जब कमलेश एनकाउंटर की जांच हो जाए तब एनकाउंटर से जुड़े सवाल जिंदा रखना और साजिश करने वाले लोगों से पूछना।