कोतवाली थानाधिकारी लेखराज सियाग ने बताया कि दोपहर करीब दो बजे बाद सर्किट हाउस के पास सड़क पर एक टैंकर अनियंत्रित हो गय्रा। अनियंत्रित टैंकर पहले कार से टकराया। इसके बाद बस स्टैंड पर बैठी सवारियां चपेट में आ गई। हादसे में उगमदान पुत्र रावतदान निवासी झांफली, महावीर पुत्र उगमदान निवासी झांपली, दिलीपसिंह पुत्र छेलसिंह निवासी मोढ़ा जैसलमेर व रमेश पुत्र भंवरगिरी निवासी बालेसर गंभीर घायल हो गए। तीन घायलों को प्राथमिक उपचार के बाद जोधपुर रैफर किया है। पुलिस ने ट्रक को जब्त कर मामला किया है। चालक मौके से भाग गया।
दीवार से टकराने पर रुका टैंकर
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि शहर की तरफ से तेज रफ्तार से पानी से भरा टैंकर आ रहा था, अचानक अनियंत्रित हो गया। यहां कार को टक्कर मार दी। इसके बाद बाइक को चपेट में लिया और स्टैंड पर पेड़ के नीचे सवारियां बैठी थी, उन्हें कुचलते हुए दीवार से जा टकराया। इस दौरान एक एक स्टॉल को चपेट में लिया। दुकान का सामान सड़क पर बिखर गया। हादसे के दौरान आसपास कई लोग खड़े थे, उन्होंने भागकर जान बचाई। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि हादसा काफी भयानक था, अनियंत्रित टैँकर काल बनाकर दौड़ता दिखा।
रोक के आदेश कागजी, दौड़ रहे भारी वाहन
बाड़मेर में दिन के समय भारी वाहनों की नो एंट्री है, इसके बावजूद शहर में दिनभर भारी वाहनों का प्रवेश होता है। मुख्य रूप से रॉय कॉलोनी, कलक्ट्रेट रोड, सर्किट हाउस रोड पर भारी वाहनों का दिनभर आवागमन रहता है। वहीं पानी से भरे टैंकर तो स्पीड में चलते है कि पास में निकलने पर भी हादसे का डर रहता है। यातायात पुलिस शहर में भारी वाहनों के प्रवेश को रोक नहीं पा रही है। ऐसे में बाड़मेर शहर की तरफ से आए टैंकर के कारण बड़ा हादसा हो गया।
यहां रहती है आपाधापी
सर्किट हाउस के इस इलाके में दिनभर आपाधापी रहती है। जैसलमेर रोड की ओर से आने वाले वाहन एक तरफ से सर्किट हाऊस के पास से होकर आते है। दूसरी ओर मेन रोड से भी वाहन सामने आते है। इधर शहर की तरफ से जाने वाले वाहनों का क्रास भी यहीं होता है। ऐेसे में यहां पर दिनभर वाहनों की आपाधापी के चलते कई बार दुर्घटना की आशंका रहती है।
बस स्टैंड पर भी कमोबेश स्थिति यही
मल्लीनाथ सर्किल के ठीक पीछे प्राइवेट बस के लिए स्टैण्ड बना हुआ है। यहां बस स्टैण्ड के बाहर तक बसों का जमावड़ा अक्सर देखा जाता है। बसों के आगे टैक्सी और खोमचेवाले भी आ जाते है। ऐसे यहां पर यातायात व्यवस्था को लेकर मुश्किल आए दिन रहती है।
बीएसएफ गेट के पास से डायवर्ट
शहर के भीतर यहां बीएसएफ गेट के पास कई बार डायवर्ट लगा देने से शहर की तरफ से आने वाले वाहनों को सिंगल रोड का इस्तेमाल करना पड़ता है। इससे भी वाहन आमने-सामने हो जाते है। जहां दुर्घटना हुई वहां पूरा घुमाव है। दोनोें तरफ से आने वाले वाहन भी नजर नहीं आते हैं। यहां पर यातायात पुलिस की चौकसी जरूरी है।