बाड़मेर. सरकारी नौकरी में ओबीसी वर्ग के आरक्षित कोटे में अन्य को नौकरी दिए जाने पर सैनिक कल्याण सलाहकार समिति के अध्यक्ष मानवेन्द्रङ्क्षसह ने इसे अफवाह करार देते हुए मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में दुष्प्रचार से सैनिक वर्ग में भ्रांति फैलने का आरोप लगाया है।
मानवेन्द्रङ्क्षसह ने आंकड़े देते हुए उल्लेख किया कि 5 प्रतिशत पूर्व सैनिकों के लिए आरक्षण है लेकिन 2.63 फीसदी को ही नियुक्तियां मिल रही है, शेष अन्य कोटे से नौकरी पा रहे हैं। उन्होंने सैनिक की कोई जाति,वर्ग,भेद नहीं होने का लिखा है। उन्होंने लिखा कि गलत आंकड़ों से खराब माहौल बनाया गया तो इसका नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। उन्होंने किसी का नाम लिए बगैर लिखा कि कुछ लोग सैनिकों का बंटवारा वर्गों में करना चाहते है। इससे देश को खतरा है। विभाजनकारी अफवाह फैलाने वाले अभियान को राष्ट्रीय सुरक्षा की ²ष्टि से देखा जाए।
मानवेन्द्रङ्क्षसह ने आंकड़े देते हुए उल्लेख किया कि 5 प्रतिशत पूर्व सैनिकों के लिए आरक्षण है लेकिन 2.63 फीसदी को ही नियुक्तियां मिल रही है, शेष अन्य कोटे से नौकरी पा रहे हैं। उन्होंने सैनिक की कोई जाति,वर्ग,भेद नहीं होने का लिखा है। उन्होंने लिखा कि गलत आंकड़ों से खराब माहौल बनाया गया तो इसका नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। उन्होंने किसी का नाम लिए बगैर लिखा कि कुछ लोग सैनिकों का बंटवारा वर्गों में करना चाहते है। इससे देश को खतरा है। विभाजनकारी अफवाह फैलाने वाले अभियान को राष्ट्रीय सुरक्षा की ²ष्टि से देखा जाए।
मानवेन्द्र अन्य राज्यों में संघर्ष करें: हरीश बाड़मेर . मेरे को समझ में आई,वो मैने समझा दिया। किसी को इससे बेहतर पक्ष मालूम हों तो मुझे आकर बताएं। मानवेन्द्रङ्क्षसह ने पत्र लिखा है तो वो आकर समझा दें। अन्य राज्य मध्यप्रदेश,छत्तीसगढ़, पंजाब, हरियाणा में यह व्यवस्था लागू है। वहां जाकर सैनिकों के लिए संघर्ष करें। हरीश चौधरी ने यह प्रतिक्रिया मानवेन्द्र के पत्र लिखने के बाद दी है। उन्होंने कहा कि कोई भ्रम नहीं फैलाया जा रहा है और न ही भ्रांति है। जो तथ्य है उस पर बात की जा रही है। शून्य भर्ती का आंकड़ा है, ऐसा क्यों हुआ?
हरीश चौधरी कहते है कि मैं एक मुद्दे को लेकर बात कर रहा हूं और उसमें सामने भले अशोक गहलोत हों, मानवेन्द्र हों या अन्य कोई मैं इस पर अपनी बात रखूंगा। मुख्यमंत्री इस मामले को लेकर 8 नवंबर तक तैयार थे तो अचानक क्या हो गया? मैने यही सवाल किया है,यह मेरा एक का मामला नहीं है। लाखों परिवारों से जुड़ा मुद्दा है। इसको लेकर लगातार बात कर रहा हूं और जारी रखूंगा। सैनिकों के 12.5 प्रतिशत कोटे पर कोई बात ही नहीं कर रहा हूं।
हरीश चौधरी कहते है कि मैं एक मुद्दे को लेकर बात कर रहा हूं और उसमें सामने भले अशोक गहलोत हों, मानवेन्द्र हों या अन्य कोई मैं इस पर अपनी बात रखूंगा। मुख्यमंत्री इस मामले को लेकर 8 नवंबर तक तैयार थे तो अचानक क्या हो गया? मैने यही सवाल किया है,यह मेरा एक का मामला नहीं है। लाखों परिवारों से जुड़ा मुद्दा है। इसको लेकर लगातार बात कर रहा हूं और जारी रखूंगा। सैनिकों के 12.5 प्रतिशत कोटे पर कोई बात ही नहीं कर रहा हूं।