जिले में सुप्रीम कोर्ट की रोक के बाद 16 सितंबर 2017 से अब तक विभाग ने बजरी अवैध खनन व परिवहन के 1 हजार 206 प्रकरण बनाएं है, साथ ही बजरी माफिया से 8 करोड़ 73 लाख रुपए का जुर्माना वसूला है। इसके बावजूद भी लूणी नदी में अवैध बजरी खनन पर रोक नहीं लग पाई है। जुर्माना राशि करोड़ो में पहुंचने से जाहिर है कि सरकारी तंत्र सुस्त है या मिलीभगत से बजरी माफिया हावी हो रहा है। अब विभाग का दावा है कि चैक पोस्ट स्थापित की जाएगी।
200 डंपर पार होते हैं प्रतिदिन
प्रतिदिन 200 से अधिक डंपर लूणी नदी में उतरते है और पकड़े जाते है महिने में चार व पांच। यह कार्यवाही महज दिखावा बन जाती है। हालांकि खनिज विभाग लगातार कार्यवाही के लिए प्रयासरत है, लेकिन बजरी माफिया हावी हो रहा है।
यहां होता है अवैध खनन
लूणी नदी में सिणधरी, भाटाला, पायला खुर्द, सड़ा, गुड़ामालानी, नगर, बालोतरा, गादेसरा, पचपदरा व समदड़ी क्षेत्र में अवैध खनन होता है। हालांकि विभाग ने बाड़मेर जिले में 49 खातेदारी भूमि में लीज दे रखी है, लेकिन वहां पर पर्याप्त मात्रा में बजरी नहीं मिलती है।। ऐसे में अवैध खनन बढ़ गया है।
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साढ़े तीन साल में यों हुई कार्रवाई
खनन – 41
परिवहन – 1141
भण्डारण – 24
कुल मामले – 1206
दर्ज एफआइआर – 16
जुर्माना वसूला – 8 करोड़ 73 लाख
एनजीटी शुल्क – 1 करोड़ 54 लाख
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– लगातार कार्रवाई हो रही है
बजरी खनन को लेकर विभाग लगातार कार्रवाई कर रहा है। जुर्माना राशि भी करोड़ो रुपए वसूल की गई है। आज कलक्टर के निर्देश पर दो बजरी से भरे डंपर जब्त कर दो लाख से अधिक जुर्माना वसूला गया है। विभाग की टीमें लगातार बजरी खनन को लेकर नजर बनाएं हुए है। – भगवानसिंह, खनि अभियंता, खनिज विभाग, बाड़मेर