थार में मधुमेह से ज्यादा बढ़ रहा हाई ब्लड प्रेशर का रोग
बाड़मेर. थार में मधुमेह से ज्यादा उच्च रक्तचाप के रोगियों की संख्या बढ़ती जा रही है। हाई ब्लड प्रेशर के रोगियों की संख्या मधुमेह के मुकाबले दोगुनी मिली है। जिले में किए गए एनसीडी सर्वे में यह जानकारी सामने आई है। बाड़मेर जिले में कोविड महामारी को देखते हुए किए गए घर-घर सर्वे में गैर संक्रामक रोगियों की जानकारी भी जुटाई गई।
जिले में करीब 10 दिनों तक चले सर्वे में घर-घर जाकर लोगों के स्वास्थ्य की जानकारी जुटाई गई। चिकित्सा विभाग की टीमों ने अलग-अलग क्षेत्रों में कुल 199881 लोगों की स्क्रीनिंग की। जिसमें सबसे अधिक उच्च रक्तचाप के रोगी सामने आए हैं। वहीं सबसे कम हृदय रोगी मिले।
10 दिन किया गया सर्वे
जिले में एनसीडी का सर्वे करीब दस दिनों तक चला। गत 28 जुलाई से 6 अगस्त तक टीमों ने कुल 199881 लोगों की स्क्रीनिंग की। इस दौरान गैर संचारी रोगों की संपूर्ण जानकारी लेने के साथ चिह्नित मरीजों की पूरी स्वास्थ्य जांच की गई। सर्वे में छह प्रकार के गैर संचारी रोगों के बारे में जानकारी जुटाई गई।
बीपी के मरीजों की संख्या सबसे ज्यादा
सर्वे में जिले में किए गए सर्वे में सबसे ज्यादा बीपी के मरीज मिले हैं। उच्च रक्तचाप के कुल 14221 मरीज मिले। जिनका बीपी सामान्य से अधिक मिला और उन्हें संभावित हाई ब्लड प्रेशर रोगियों की श्रेणी में चिह्नित किया गया।
मधुमेह के रोगी मिले 9 हजार से अधिक
जिले में मधुमेह के रोगियों की संख्या सर्वे में 9654 सामने आई। इसी तरह हृदय रोगी केवल 72 चिह्नित किए गए। वहीं कैंसर के केस 28 मिले। इनके अलावा अस्थमा के रोगी भी मिले, जिनकी संख्या 1520 रही। इस सर्वे में डायलिसिस रोगियों को भी शामिल किया गया था। लेकिन राहत की बात यह रही कि एक भी रोगी सर्वे के दौरान चिह्नित नहीं हुआ।
उच्च रक्तचाप का सबसे बड़ा कारण तनाव
चिकित्सा विशेषज्ञों का मानना है कि हाई बीपी का सबसे बड़ा कारण चिंता और तनाव है। टेंशन के कारण रक्तचाप बढ़ता है। लगातार तनाव के चलते रोग बढ़ जाता है और व्यक्ति हाई ब्लड प्रेशर का मरीज बन जाता है। आजकल की आपाधापी और भागदौड़ की जिंदगी में उच्च रक्तचाप का रोग तेजी के साथ बढ़ता जा रहा है। यहां तक की अब तो यह युवाओं में भी देखा जा रहा है।
एनसीडी सर्वे करवाया था
जिले में गैर संचारी रोगों को लेकर पिछले दिनों सर्वे करवाया गया था। यह सर्वे विभाग की चिकित्सा टीमों ने पूरा किया। इसमें बीपी के रोगी सबसे अधिक चिह्नित हुए हैं।
डॉ. पीसी दीपन, डिप्टी सीएमएचओ बाड़मेर
सर्वे के आंकड़े
रोग चिह्नित मरीज
मधुमेह 9654
हाई बीपी 14221
हृदय रोगी 72
कैंसर 28
डायलिसिस 00
अस्थमा 1520
(स्रोत: चिकित्सा विभाग)