जानकारी के अनुसार पोशाल गांव में पुरखाराम ने अपनी चार बेटियों को पानी कीटनाशक मिलाकर पिला दिया। इसके बाद तीन बेटियों को एक-एक कर टांके में फेंका दिया। इसके बाद खुद भी कीटनाशक पीकर छोटी बेटी को लेकर टांके में कूद गया। इसमें जियो( 9 ),हीना (7), वसुंधरा (3) व लाछी (1) की मौत हो गई है। हालांकि इसमें पुरखाराम बच गया। घटना की जानकारी मिलते ही बाड़मेर के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नरपतसिंह ने घटनास्थल का मौका मुआवना किया। चारों शवों को शिव अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया गया है और बाड़मेर के राजकीय अस्पताल में आरोपी पिता का इलाज चल रहा है।
दूसरी शादी करना चाहता था पुरखाराम
एएसपी नरपत सिंह ने बताया कि पुरखाराम की पत्नी की कुछ माह पहले कोरोना से मौत हो गई थी। वह दूसरी शादी करना चाहता था। पुरखाराम का ससुराल दो किलोमीटर दूर ही है। शुक्रवार शाम को वह चारों बच्चियों को लेकर आया। शाम को खाना खा कर सो गए। देर रात को बच्चियों को जगया और दवाई के नाम पानी में कीटनाशक मिलाकर पिला दिया। इससे वह अचेत हो गई। इसके बाद घर के पास बने टांके में तीन बेटियों को एक-एक कर फेंका दिया। फिर खुद भी कीटनाशक पीकर छोटी बेटी को लेकर टांके में खुद गया। देर रात ग्रामीणों की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची। एएसपी सिंह ने बताया कि मृतक बच्चियों के ननिहाल पक्ष के लोगों घटना की जानकारी दे दी है। उन्होंने बताया कि पुरखाराम ने ससुराल के लोगों को मोबाइल के जरिए सुसाइड नोट भेजा था। फिलहाल, पुलिस इस पूरे मामले की जांच में जुटी है।
एएसपी नरपत सिंह ने बताया कि पुरखाराम की पत्नी की कुछ माह पहले कोरोना से मौत हो गई थी। वह दूसरी शादी करना चाहता था। पुरखाराम का ससुराल दो किलोमीटर दूर ही है। शुक्रवार शाम को वह चारों बच्चियों को लेकर आया। शाम को खाना खा कर सो गए। देर रात को बच्चियों को जगया और दवाई के नाम पानी में कीटनाशक मिलाकर पिला दिया। इससे वह अचेत हो गई। इसके बाद घर के पास बने टांके में तीन बेटियों को एक-एक कर फेंका दिया। फिर खुद भी कीटनाशक पीकर छोटी बेटी को लेकर टांके में खुद गया। देर रात ग्रामीणों की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची। एएसपी सिंह ने बताया कि मृतक बच्चियों के ननिहाल पक्ष के लोगों घटना की जानकारी दे दी है। उन्होंने बताया कि पुरखाराम ने ससुराल के लोगों को मोबाइल के जरिए सुसाइड नोट भेजा था। फिलहाल, पुलिस इस पूरे मामले की जांच में जुटी है।