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बाड़मेर

चीन के डे्रगन फ्रूट के किसानों ने लगाए बगीचे

– नवाचार बनेगा हजारों के लिए प्रेरणा- खेती के लिए अनुकूल वातावरण , भरपूर मिलेगी पैदावार

बाड़मेरFeb 28, 2018 / 05:45 pm

Dilip dave

क्वीन ऑफ नाइट नाम से जाना जाता है फूल- गुलाबी, लाल व पीला रंग का होता है ड्रेगन फू्रट  -

क्वीन ऑफ नाइट नाम से जाना जाता है फूल- गुलाबी, लाल व पीला रंग का होता है ड्रेगन फू्रट –


बालोतरा. बुड़ीवाड़ा, जागसा किसानों की पहल आने वाले वर्षों में जिले के हजारों जनों के लिए प्रेरणा बने तो कोई अचरज नहीं होगा। अनार खेती में प्रदेश ही नहीं पूरे देश में अपनी मेहनत का डंका बजा चुके किसानों ने अब ड्रेगन फू्रट खेती को लेकर नवाचार किया है। एक दर्जन भर किसानों ने दो हजार पौधे लगाए हैं। एक वर्ष में इससे मिलने वाली पैदावार किसानों के जीवन में खुशहाली लाएगी,यह कहना उचित होगा।
बुड़ीवाड़ा, जागसा के किसानों ने खेती में नवाचार करते हुए कुछ वर्ष पूर्व अनार के बगीचे लगाए थे। इस नई खेती से पूरे अनजान होने के बावजूद इन्होंने अपनी मेहनत से इसे सींचा। इसके बाद देखते ही देखतेे जिले भर में अनार के बगीचे लग गए। स्वाद में मिठा व गुणवत्ता में इसकी पौष्टिकता पर प्रदेश सरकार ने इसे थार का अनार नाम से अलग से नाम दिया।
डे्रगन फ्रूट की पहल, हजारों की बनेगी प्रेरणा- अनार के बाद बुड़ीवाड़ा, जागसा के किसानों ने फिर से नवाचार को अपनाते हुए डे्रगन फू्रट पैदावार में रुचि दिखाई है। ढाई से तीन माह पूर्व लगाए पौधे किसानों की मेहनत पर खिले व बढ़े हुए नजर आने लगे हैं। इससे किसान खुश है। एक वर्ष में पहली बार इस फसल से पैदावार मिलेगी। कम खर्च पर अच्छी होने वाली कमाई पर नि:संदेह जिले के हजारों किसान इसे अपनाएंगे।
पीलर सहारे लगते हैं पौधे- इस खेती में पौधों को पीलर के सहारे की जरूरत रहती है। 5 से 10 फीट दूरी में पीलर लगाने होते हैं। सीमेंंट के ब्लॉक नुमा बने एक पीलर के आसपास चार पौधे लगाए जाते हैं। जो पौधों के उपर बढऩे में मददगार साबित होते हैं। जानकारी अनुसार पौधे की कीमत 35 से 40 रुपए व ब्लॉक की कीमत 500 रुपए होती है। महाराष्ट्र व गुजरात की नर्सरियों में फसल के पौधे तैयार किए जाते हैं। सीमेंट ब्लॉक स्थानीय स्तर पर भी बनाए जा सकते हैं।
15 माह में देता है पैदावार- ड्रेगन फ्रूट का पौधा लगाने के पन्द्रह माह में पहली बार पैदावार मिलती है। पौधे पर फूल लगने पर यह डेढ़ माह में पककर तैयार होता है। वर्ष में एक बार इससे पैदावार मिलती है। जून से सितम्बर के बीच इसकी पैदावार होती है। पहली बार में एक पौधे से 2 से 3 किलो व तीसरे वर्ष 15 किलो के फल की पैदावार होती है। खास बात है कि किसी भी मौसम में इस की बुवाई की जा सकती है।
कीड़े नहीं लगते, पौष्टिकता से भरपूर- ड्रेगन फ्रूट का पौधा जंगलों व पहाड़ों में पाए जाने वाले क्रेकट्स प्रजाति का पौधा है। इस पर पौधे पर किसी प्रकार के कीट नहीं लगते। कीटनाशी दवाइयों का छिड़काव नहीं करना पड़ता है। इसकी खेती में मीठा पानी की जरूरत रहती है। वहीं सात दिन के अंतराल में पानी देना होता है। अनार पौधे की बनिस्पत इसमें पानी की जरूरत कम रहती है।
वातारण के अनुकूल – गुजरात प्रदेश भ्रमण पर डे्रगन फ्रूट की खेती को देखा। क्षेत्र के अनुकूल व कीटनाशी दवाइयों का प्रयोग नहीं होने पर इसकी बुवाई की। – कलाराम चौधरी जागसा
नवाचार की इच्छा- अनार बाद कुछ नवाचार करने की इच्छा थी। डे्रगन फ्रूट खेती में कम पानी की जरूरत पर इसकी बुवाई की। इसके कामयाब होने को लेकर पूरा आश्वस्त हूं। – हनुमानराम पौण, बुड़ीवाड़ा
अच्छी बढ़ोतरी पर खुशी – डे्रगन फ्रूट बगीचा लगाने में कम रुपए लगने व इसका अच्छा भाव मिलने को लेकर इसके बगीचे लगाए। अच्छी बढ़ोतरी पर पूरा परिवार खुश है। – धाराराम पटेल, जागसा
कामयाब होने की उम्मीद- क्षेत्र की जमीन बहुत ऊपजाऊ है। इस पर नवाचार प्रयोग को लेकर डे्रगन फ्रूट के बगीचे लगाए हैं। अनार की तरह यह भी क्षेत्र में कामयाब होंगे। ऐसा पूरा विश्वास है। – राजूराम चौधरी, बुड़ीवाड़ा

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