भादू ने कहा कि मुखर्जी भारत के सच्चे क्रांतिकारी एवं महान स्वतंत्रता सैनानी थे। उन्होंने एक राष्ट्र एक विधान तथा एक राष्ट्र एक प्रधान के सिद्धांत पर जोर दिया था। मुखर्जी शुरू से ही उन्होंने जम्मू कश्मीर में धारा 370 का घोर विरोध किया था। मुखर्जी ने 1951 में भारतीय जन संघ नाम से एक राजनीतिक दल की स्थापना की थी। जून 1953 मे मुखर्जी कश्मीर में गिरफ्तार कर लिए गए और 23 जून 1953 को रहस्यमय तरीके से उनकी मृत्यु हो गई।
मुखर्जी की याद में राइकों की बस्ती में पौधरोपण भी किया गया । राणीगांव उपसरपंच पताराम देवासी, समाराम देवासी, सगरामाराम देवासी, श्यामसिंह राठौड़ उपस्थित रहे। बाड़मेर. भाजपा बाड़मेर ने मंगलवार को जनसंघ के संस्थापक डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी की जयंती पर पौधरोपण किया। भाजपा जिलाध्यक्ष आदूराम मेघवाल ने कहा कि डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने भारत की अखंडता के लिए संघर्ष किया और अपना जीवन बलिदान कर दिया।
जिला महामंत्री स्वरूप सिंह खारा ने कहा कि मुखर्जी के इस संघर्ष को भारतीय जनता पार्टी,अपने मुख्य ध्येेय के रूप में हमेशा याद करती रही और संसद में अनुकूल परिस्थिति बनते ही, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सरकार ने मुखर्जी के सपनों को साकार करते हुए धारा 370 और 35ए को समाप्त कर दिया।