प्रदेश में भी ५७ सीबीईओ व १२६४ पीईईओ नई ग्राम पंचायतों के लिए नहीं लगाए गए हैं। दो साल से कम ब्लॉक व पीईईओ होने से विभागीय कार्य में दिक्कत हो रही है। एक सीबीईओ के जिम्मे दो-दो ब्लॉक है तो कई पीईईओ के पास तीन-तीन क्षेत्र। एेसे में शिक्षा विभाग में विद्यालयों की मॉनिटरिंग, कर्मचारियों के वेतन, अवकाश, सेवाभिलेख संधारण आदि की व्यवस्था के लिए पीईईओ व सीबीईओ को अधिक कार्य के अधिक परेशानी होती है। अब विभागीय स्तरीय पर मुख्य ब्लॉक प्रारम्भिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय शुरू करने की कवायद चल रही है। इसके बाद पीईईओ कार्यक्षेत्र का निर्धारण भी होगा जिससे स्कू लों की बेहतर मॉनिटरिंग होगी।
नई ग्राम पंचायतों में स्कू लों को बढ़ेगा स्तर- सीबीईओ कार्यालय शुरू होने के साथ विभाग उसके क्षेत्राधिकार को लेकर भी योजना बना रहा है। इसका फायदा नई ग्राम पंचायतों में पीईईओ पद सृजित होने के रूप में मिलेगा। वहीं, नई ग्राम पंचायतों में राज्य सरकार के निर्णयानुसार उच्च माध्यमिक स्कू ल खुलने का रास्ता भी प्रशस्त होगा।
सूचना मांगी गई- नवीन पंचायत समितियों पर सीबीईओ कार्यालय खोलने की सूचना मांगी गई है। सूचना में विद्यालयों की संख्या, पीईईओ की तादाद व ब्लॉक की भौगोलिक स्थिति के बारे में पूछा गया है। सूचना प्रेषित की जाएगी।- जेतमालसिंह राठौड़, अतिरिक्त जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक बाड़मेर
नई ग्राम पंचायतों में स्कू लों को बढ़ेगा स्तर- सीबीईओ कार्यालय शुरू होने के साथ विभाग उसके क्षेत्राधिकार को लेकर भी योजना बना रहा है। इसका फायदा नई ग्राम पंचायतों में पीईईओ पद सृजित होने के रूप में मिलेगा। वहीं, नई ग्राम पंचायतों में राज्य सरकार के निर्णयानुसार उच्च माध्यमिक स्कू ल खुलने का रास्ता भी प्रशस्त होगा।
सूचना मांगी गई- नवीन पंचायत समितियों पर सीबीईओ कार्यालय खोलने की सूचना मांगी गई है। सूचना में विद्यालयों की संख्या, पीईईओ की तादाद व ब्लॉक की भौगोलिक स्थिति के बारे में पूछा गया है। सूचना प्रेषित की जाएगी।- जेतमालसिंह राठौड़, अतिरिक्त जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक बाड़मेर