नेशनल हाईवे अथॉरिटी ने वर्ष 2019 में सर्वे के बाद डीपीआर बनाकर केन्द्र सरकारे भेजी। सर्वे के मुताबिक 23 किमी का बाइपास 272 करोड़ रुपए की लागत से बनाने की योजना बनी थी। जिसमें 100 करोड़ रुपए भूमि आवप्ति पर खर्च होने का अनुमान था। करीब तीन साल बाद प्रोजेक्ट पर केन्द्र सरकार ने मंजूरी जारी कर दी। एनएच ने फोरलेन बाइपास निर्माण के लिए 260 करोड़ रुपए का टेण्डर जारी कर दिया गया है।
यों बनेगा बाइपास
एनएच-25 जालीपा रोड़ से क्रॉस करते हुए बाइपास उत्तरलाई रोड़ पर आकर जुड़ेगा जो उत्तरलाई फ्लाइओवर से एक किलोमीटर आगे तक जाएगा। इसके बाद यहां से बाड़मेर आगोर क्षेत्र से होता हुआ सिणधरी रोड़ को क्रॉस करते हुए महाबार रोड़ से होकर एनएच-25 पर कुशलवाटिका से एक किलोमीटर पहले आकर मिलेगा। यह बाइपास करीब 23 किमी का बनना है।
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ऐसे सुगम बनेगी यातायात व्यवस्था
– सिणधरी चौराहे से निकलने वाले वाहन बाइपास से ही घूम जाएंगे
– जोधपुर, गुजरात व जैसलमेर के शहर में नहीं आकर सीधे ही निकल जाएंगे
– शहर में यातायात का दबाव कम करने की कवायद
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फैक्ट फाईल
260 करोड़ की कुल लागत
04 मुख्य मार्ग का होगा यातायात डायवर्ट
23 किलोमीटर होगी लंबाई
100 करोड़ भूमि अवाप्ति पर खर्च की योजना
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– सिणधरी चौराहे से निकलने वाले वाहन बाइपास से ही घूम जाएंगे
– जोधपुर, गुजरात व जैसलमेर के शहर में नहीं आकर सीधे ही निकल जाएंगे
– शहर में यातायात का दबाव कम करने की कवायद
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फैक्ट फाईल
260 करोड़ की कुल लागत
04 मुख्य मार्ग का होगा यातायात डायवर्ट
23 किलोमीटर होगी लंबाई
100 करोड़ भूमि अवाप्ति पर खर्च की योजना
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