– बालोतरा. लूनी नदी में पिछले कई वर्षों से पानी के हो रहे बहाव से बिठूजा व तिलवाड़ा की रपट जगह-जगह से क्षतिग्रस्त होने के साथ पानी में बह गई थी। इस पर आवागमन को लेकर हर दिन ग्रामीणों को परेशानी उठानी पड़ती है। वहीं, बालोतरा में क्षत्रियों का मोर्चा पर बना पुल भी कई जगह से क्षतिग्रस्त है। लम्बे समय से इनकी मरम्मत की दरकार थी, जो अब जाकर पूरी होने वाली है। प्रदेश सरकार ने बालोतरा पुल की मरम्मत व तिलवाड़ा रपट निर्माण को लेकर बजट की स्वीकृति जारी की है। बालोतरा पुल की मरम्मत के लिए सरकार ने 72 लाख 79 हजार रुपए व तिलवाड़ा रपट के लिए 2 करोड़ 28 लाख रुपए स्वीकृत किए हैं। शीघ्र ही टेण्डर जारी कर पुल मरम्मत व रपट निर्माण का कार्य शुरू किया जाएगा। करीब आठ से दस माह में कार्य पूरा होगा।
बिठूजा रपट का अटका प्रस्ताव- प्रदेश सरकार ने बालोतरा पुल मरम्मत व तिलवाड़ा रपट की स्वीकृति जारी की, लेकिन बिठूजा की क्षतिग्रस्त रपट के निर्माण का प्रस्ताव स्वीकृत नहीं किया। जानकारोंं के अनुसार प्रदेश सरकार ने स्टेट हाइवे से जुड़े पुल, रपट की मरम्मत व निर्माण की स्वीकृति जारी की। बालोतरा पुल स्टेट हाईवे 28 बी व तिलवाड़ा रपट स्टेट हाइवे- 38 से जुड़ी हुई है। इस पर स्वीकृति जारी की। बिठूजा रपट स्टेट हाइवे से नहीं जुड़ी होने पर स्वीकृति जारी नहीं की।
बिठूजा रपट का अटका प्रस्ताव- प्रदेश सरकार ने बालोतरा पुल मरम्मत व तिलवाड़ा रपट की स्वीकृति जारी की, लेकिन बिठूजा की क्षतिग्रस्त रपट के निर्माण का प्रस्ताव स्वीकृत नहीं किया। जानकारोंं के अनुसार प्रदेश सरकार ने स्टेट हाइवे से जुड़े पुल, रपट की मरम्मत व निर्माण की स्वीकृति जारी की। बालोतरा पुल स्टेट हाईवे 28 बी व तिलवाड़ा रपट स्टेट हाइवे- 38 से जुड़ी हुई है। इस पर स्वीकृति जारी की। बिठूजा रपट स्टेट हाइवे से नहीं जुड़ी होने पर स्वीकृति जारी नहीं की।
हर दिन की परेशानी- शहर का सबसे व्यस्ततम पुल लूनी नदी पर बना हुआ है। इससे हर दिन सैकड़ों वाहनों की आवाजाही होती है। शुक्ल पक्ष के पन्द्रह दिन में तो यहां रेलमपेल नजर आती है। इस पर पुल क्षतिग्रस्त होने से लोगों को हर दिन परेशानी सहनी पड़ती है। वहीं, तिलवाड़ा स्थित लूनी नदी की रपट से भी जसोल,बालोतर, बाड़मेर तक आने-जाने वाले लोगों व वाहन चालकों को गुजरना होता है। एेसे में क्षतिग्रस्त रपट से वाहनों को तो नुकसान हो ही रहा है। वाहन चालकों व यात्रियों को मानसिक परेशानी भी सहनी पड़ती है।