मां का पहला दूध नवजात के लिए बीमारियों के खिलाफ सुरक्षा कवच
बाड़मेर. जिला अस्पताल के पीडियाट्रिक विभाग की ओर से स्तनपान सप्ताह का आयोजन करते हुए माताओं को नवजात को स्तनपान करवाने के लिए जागरूक करते हुए उन्हें फायदे बताए जा रहे हैं। सप्ताह के पहले दिन एनआइसीयू परिसर में आयोजित कार्यक्रम में शिशु रोग विशेषज्ञ एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. हरीश चौहान, सहायक प्रोफेसर डॉ. अमित शांडिल्य ने माताओं को बच्चों को कितने अंतराल और दूध पिलाने के तरीकों की जानकारी से अवगत करवाया। उन्होंने बताया कि मां का पहला दूध बच्चे के लिए अमृत से भी बढ़कर है, जो उसे कई तरह की बीमारियों से एक तरह का कवच प्रदान करता है। स्तनपान से मां और बच्चे में भावनात्मक जुड़ाव बढ़ता है।
प्रशिक्षण में दी जानकारी
सप्ताह के तहत जीएनएम प्रशिक्षण केंद्र में प्रशिक्षणार्थियों और एएनएम को बताया गया कि नवजात बच्चे की माताओं को स्तनपान के प्रति जागरूक करें और उनमें किसी तरह की भ्रांतियां है तो उन्हें खत्म करें। विशेषज्ञों ने बताया कि अब तो माता कोविड पॉजिटिव होती है तो भी अपने बच्चे को दूध पिला सकती है, इसका कोई दुष्प्रभाव बच्चे पर नहीं होता है।