मसाले मानव शरीर में धीमे जहर का काम करते है
खाद्य सुरक्षा अधिकारी सुरेश चन्द्र शर्मा ने बाड़मेर कृषि उपज मण्डी में मैसर्स महेश एंटरप्राईजेज पर एवरेस्ट मसाले व नेहरू नगर स्थित कैलाश एजेंसी पर एमडीएच मसाले सीज किए है। जिनकी अनुमानत कीमत तीस लाख से अधिक बताई जा रही हैं। शर्मा ने बताया कि मुख्य खाद्य विश्लेषक खाद्य प्रयोगशाला जयपुर की रिपोर्ट के अनुसार एमडीएच, एवरेस्ट, गजानंद, ताजा कम्पनी व श्याम मसालों में घातक केमिकल उपयोग में लिया जा रहे थे। जिस कारण इन मसालों की जांच रिपोर्ट अनसेफ पाई गई। ये मसाले मानव शरीर में धीमे जहर का काम करते है। आला अधिकारियों के आदेश के बाद बाड़मेर में कार्रवाई की गई। टीम ने मौके से लिए छह नमूने खाद्य सुरक्षा अधिकारी सुरेश चन्द्र शर्मा ने बताया कि महेश एंटरप्राइजेज से एवरेस्ट सब्जी मसाला, चिकन मसाला, गर्म मसाला, किचन किंग मसाले के नमूने जांच के लिए लिए है। साथ ही नेहरू नगर स्थित फर्म कैलाश एजेंसी से एमडीएच का सांभर मसाला व मीट मसाले के सैंपल लिए है। खाद्य सुरक्षा अधिकारी ने दोनो फर्मों को आगामी आदेश तक फर्म में रखे खाद्य मसालों को बिक्री नहीं करने को पाबंद किया है।
केमिकल से होती है गंभीर बीमारियां अधिकारियों ने बताया कि नामचीन कंपनियां खाद्य पदार्थों के स्वाद को बढ़ाने के लिए मसालों में जो केमिकल मिलाते है जो कीटनाशक की तरह होता है। यह 12 घंटे के बाद शरीर में मायोकार्डियल डिपे्रशन, उल्टी, दस्त, पुरुष व महिलाओं में संतानोत्पति की क्षमता को कम करने व एलर्जी जैसी गम्भीर बीमारियों का कारण बनता है।