बाड़मेर। सोसायटी टू अपलिफ्ट रूरल इकोनोमी (श्योर) बाड़मेर की ओर से केयर्न वेदांता फाउंडेशन से संचालित डेयरी विकास एवं पशुपालन परियोजना के तहत दुग्ध अवशीतन केंद्र डांगियों की ढाणी देवड़ा में जन जागरूकता प्रशिक्षण एवं कार्यशाला आयोजित की गई। इस दौरान संदर्भ व्यक्ति एवं कार्यक्रम प्रबंधक हनुमान राम चौधरी ने कहा कि पशुपालन एवं डेयरी हमारी आजीविका का प्रमुख आधार रहा है। गांव में खेत- खलिहानों के साथ पशुपालन एवं डेयरी को एक व्यवसाय के रूप में अपनाकर खेती-बाड़ी के जोखिम को कम किया जा सकता है। पशुपालन एवं डेयरी एक भरोसेमंद व्यवसाय है। उन्होंने कहा कि नियमित समय पर पशुओं की जांच करवाएं। उन्हें संतुलित पशु आहार खिलाएं। जिससे दूध नियमित रूप से मिलने के साथ उसकी गुणवत्ता भी बेहतर बनी रहे। समिति सचिव नाथाराम डांगी ने परियोजना के तहत किए जा रहे प्रयासों की जानकारी प्रदान दी। प्रगतिशील किसान सुरेश कुमार चौधरी, वगताराम सुथार, वर्षा, रेखा देवी, रमकु देवी, लक्ष्मी देवी आदि ने विचार व्यक्त किए। कार्यक्रम में 22 महिलाओं सहित 46 संभागी उपस्थित रहे।