एसीबी ने २१ जुलाई को गोपनीय सत्यापन करवाया तो दोनों आरोपियों की ओर से पांच लाख रुपए रिश्वत राशि मांग करना पाया गया। उसके बाद बुधवार को सहायक अभियंता सोहनलाल को सरकारी आवास पर पांच लाख रुपए रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया। साथी सहायक अभियंता मानाराम को दस्तयाब करने के लिए धोरीमन्ना पुलिस की मदद से प्रयास किए जा रहे हैं।