धोरीमन्ना/बाड़मेर ञ्च पत्रिका . भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो जोधपुर ने बाड़मेर के धोरीमन्ना पंचायत समिति के सहायक अभियंता सोहनलाल सुथार को सरकारी आवास में ही पांच लाख रुपए रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया। एईएन ने निजी फर्म की ओर से जमा अमानत राशि देने की एवज में पांच लाख रुपए रिश्वत ली। आरोपी पूर्व में योजना के तहत स्वीकृत कार्यो का भुगतान करवाने के बदले १६ लाख रुपए रिश्वत ले चुका है। ब्यूरो के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक दुर्गसिंह राजपुरोहित ने बताया कि गोपनीय शिकायत के आधार पर धोरीमन्ना पंचायत समिति के सहायक अभियंता सोहनलाल पुत्र पूरणमल को पांच लाख रुपए लेते सरकारी आवास में ही रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया। उसके साथी आरोपी सहायक अभियंता मानाराम को दस्तयाब करने के प्रयास चल रहे है। कार्रवाई के बाद धोरीमन्ना पंचायत समिति में हडक़म्प मच गया। दरअसल, एकीकृत जलग्रहण प्रबंधन कार्यक्रम (आईडब्ल्यूएमपी) योजना के तहत कार्य स्वीकृत होने पर परिवादी की दो फर्मो ने वित्तीय वर्ष २०१६-१७ में कार्य के लिए भाग लिया। जिसमें दोनों फर्म को कार्यादेश जारी हुए। जिसका कार्य फर्म की ओर से पूर्ण किया गया है। भुगतान के लिए आवेदन करने पर सहायक अभियंता सोहनलाल व सहायक अभियंता मानाराम की ओर से बिल का भुगतान करने के लिए १० प्रतिशत कमीशन राशि १६ लाख रुपए डरा धमकाकर प्राप्त कर ली। उक्त दोनों फर्मों का कार्य पूर्ण होने पर परिवादी ने कार्य पूर्णता का प्रमाण पत्र व धरोहर राशि भी पुन: प्राप्त कर ली। उक्त कार्यो की कुल बिल राशि का १० प्रतिशत गारंटी के रूप में गारंटी अवधि तक के लिए अमानत राशि रोकी गई थी, जो गारंटी अवधि बीत जाने के दो वर्ष होने के उपरांत भी सहायक अभियंता सोहनलाल व मानाराम ने कमीशन के रूप में पूर्ण राशि नहीं मिलने का कहकर अमानत राशि रिलीज करने के लिए रिश्वत राशि पांच लाख रुपए की मांग की गई।
एसीबी ने २१ जुलाई को गोपनीय सत्यापन करवाया तो दोनों आरोपियों की ओर से पांच लाख रुपए रिश्वत राशि मांग करना पाया गया। उसके बाद बुधवार को सहायक अभियंता सोहनलाल को सरकारी आवास पर पांच लाख रुपए रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया। साथी सहायक अभियंता मानाराम को दस्तयाब करने के लिए धोरीमन्ना पुलिस की मदद से प्रयास किए जा रहे हैं।