बाजार बंद रखकर आक्रोश व्यक्त किया। बुधवार को भी बाजार बंद रहे। वहीं देर रात धरना स्थल पर ही लोग डटे रहे। इस दौरान यहीं पर खाना पकाया और बिस्तर लगा कर सोए। ग्रामीणों ने प्रतिमा वापस लाने की मांग की है। जानकारी अनुसार सवाऊ पदमसिंह गांव के मुख्य चौराहे पर वीर तेजाजी की प्रतिमा लगा दी थी।
प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी
प्रतिमा को लेकर प्रशासन को शिकायत हुई तो अधिकारी मौके पर पहुंचे। क्रेन की मदद से प्रतिमा को हटाकर कब्जे में लिया। इसकी जानकारी मिलते ही बड़ी संख्या में ग्रामीण एकत्रित हो गए। ग्रामीणों ने प्रशासन के खिलाफ आक्रोश व्यक्त करते हुए नारेबाजी शुरू कर दी। साथ ही बाजार बंद रखने का आह्वान किया। ग्रामीणों के आह्वान पर तत्काल ही सवाऊ पदमसिंह में बाजार बंद कर दिया गया, जो दिनभर नहीं खुला। बड़ी संख्या में ग्रामीण धरने पर बैठ गए। सूचना मिलने पर बायतु उपखंड अधिकारी भागीरथराम, बालोतरा एएसपी गोपालसिंह भाटी, गिड़ा थानाधिकारी देवाराम समेतपुलिस जाब्ता मौके पर पहुंचा और लोगों से समझाइश की गई, लेकिन ग्रामीणों के बीच कोई सहमति नहीं बन पाई है।
प्रतिमा वापस देने की मांग पर अड़े
आक्रोशित ग्रामीण प्रतिमा वापस देने की मांग को लेकर प्रशासन से अड़ गए। उन्होंने आक्रोश व्यक्त करते हुए कहा कि हमें प्रतिमा वापस लाकर दो, हम खातेदारी भूमि में लगा देंगे। अभी तक प्रशासन से कोई सहमति नहीं बन पाई। वहीं बुधवार सुबह अधिकारियों ने धरनास्थल को खाली करवा दिया है। घटनास्थल पर इस दौरान सरपंच सवाऊ ओमप्रकाश सारण, अशोक कुमार साई सहित अनेक तेजा भक्तजन, जनप्रतिनिधि व सैकड़ों ग्रामीण उपस्थित रहे। वहीं सोशल मीडिया पर बाड़मेर-जैसलमेर सांसद उम्मेदाराम बेनीवाल, रालोपा सुप्रीमो व नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने नाराजगी व्यक्त करते हुए प्रतिमा वापस लगाने की मांग की।
उन्होंने लिखा कि प्रशासन की ओर से प्रतिमा हटाने की कार्रवाई से वीर तेजाजी महाराज व भक्तों के आस्था के साथ अपमान किया है, जो किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।