बालोतरा निवासी विशनाराम का विवाह दस माह पहले गांव बुड़ीवाड़ा निवासी शारदा के साथ धूमधाम से संपन्न हुआ था। विवाह बंधन में बनने के बाद पति-पत्नी ने सुखमय जीवन को लेकर कई सपने संजोए थे। इन्हें पूरा करने के लिए दोनों ही दिन-रात मेहनत करते। शारदा के गर्भ में संतान आने पर पूरे परिवार में खुशी छा गई। इस दंपती व परिवार के सदस्यों ने नए आने वाले मेहमान को लेकर कई सुंदर-सुंदर सपने देखे। स्वागत को लेकर तैयारी की। लेकिन एक हादसे में इनके पूरा जीवन ही बदल दिया।
नियति के आगे बेबस मां व परिवार
10 दिसंबर को नगर में एक बदमाश प्रवृत्ति के व्यक्ति हर्ष चारण ने विशनाराम को चाकू घोंपा। इससे उपचार दौरान उसकी मौत हुई। पत्नी यह समाचार सुन बेसुध हो गई। परिवार, समाज के लोगों ने उसे ढांढ़स बंधवाया। शनिवार रात प्रसूता शारदा को राजकीय जिला चिकित्सालय बालोतरा में भर्ती करवाया गया। रविवार सुबह हुए ऑपरेशन पर उसने एक बच्ची को जन्म दिया। लेकिन नियति के आगे शारदा व परिवार के सदस्य मजबूर नजर आए। यह भी पढ़ें