सोशल मीडिया पर एक और अश्लील वीडियो वायरल हुआ है। भाजपा ने फिर आरोप लगाया है कि करीब 33 मिनट का यह वीडियो पूर्व विधायक मेवाराम जैन का है। इधर, पूर्व विधायक जैन का मोबाइल स्विच ऑफ है। केन्द्रीय कृषि राज्यमंत्री कैलाश चौधरी ने इस मामले में निष्पक्ष जांच करवाने की बात कही है। चौधरी ने आरोप लगाया कि वायरल वीडियो और दर्ज मामले के बाद पूर्व विधायक का चरित्र सामने आया है। यह मामला पूर्ववर्ती अशोक गहलोत सरकार के संज्ञान में था। इसको दबाने के लिए सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग हुआ। चौधरी ने यह भी कहा कि चुनावों से पहले इसकी बात उठाई गई थी लेकिन कांग्रेस ने ध्यान नहीं दिया।
बाड़मेर के पूर्व विधायक मेवाराम जैन की कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता निलंबित कर दी गई है। तीन बार के विधायक और नगरपालिका के अध्यक्ष रहे मेवाराम जैन के कथित अश्लील वीडियो वायरल होने के बाद शनिवार देर रात को यह निर्णय लिया गया। मेवाराम जैन पर जोधपुर के राजीव गांधी नगर थाने में बलात्कार का मामला भी दर्ज है।
कांग्रेस अध्यक्ष गोविंदसिंह डोटासरा ने शनिवार देर रात को मेवाराम जैन के निष्कासन की कार्यवाही की है। उल्लेख किया है कि अनैतिक कृत्य में संलग्ता को देखते हुए तुरंत प्रभाव से प्राथमिकता सदस्यता निलंबित की है। गौरतलब है कि अश्लील वीडियो शुक्रवार को वायरल हुआ था, जिसमें भाजपा ने आरोप लगाया था कि यह वीडियो बाड़मेर विधायक मेवाराम जैन का है। शनिवार रात को एक और वीडियो करीब 33 मिनट का वायरल हुआ। वीडियो वायरल होने के बाद सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर प्रतिक्रियाएं आने लगी और इसकी निंदा हुई। कांग्रेस की ओर से इसको लेकर कोई बयान नहीं दिया गया लेकिन शनिवार रात को कांग्रेस ने एक आदेश जारी कर मेवाराम जैन की कांग्रेस से प्राथमिक सदस्यता समाप्त कर पार्टी से निष्कासित कर दिया।