जिले में २३५ पदों पर भर्ती होगी जिसके लिए करीब सात गुना आवेदन आ चुके हैं। इन आवेदकों में स्नातक, स्नातकोत्तर, बीएड की योग्यता रखनी वाली महिलाओं ने भी आवेदन किए हैं। अधिक आवेदन आने पर प्रतिस्पद्र्धा भी कड़ी होगी। हालांकि अंकों का निर्धारण योग्यता के आधार पर होने से उच्च योग्यताधारी महिलाओं का चयन आसान हो जाएगा।
शिक्षा के प्रति बढ़ते रुझान ने अब थार में भी सोच और माहौल को बदल दिया है। कभी आंगनबाड़ी केन्द्रों पर दसवीं पास महिलाएं नहीं मिलने पर कार्यकर्ता, सहायिका और आशा सहयोगिनी के पद रिक्त रहते थे, वहां अब जिले में उच्च शिक्षा प्राप्त महिलाएं इन पदों पर आवेदन कर रही हैं।
हाल ही जिले में आंगनबाड़ी केन्द्रों पर कार्यकर्ता के ५१, मिनी केन्द्र कार्यकर्ता के १७, सहायिका के ५३ और आशा सहयोगिनी के ११४ पदों पर चयन को लेकर आवेदन मांगे गए थे। आवेदन की अंतिम तिथि २९ जुलाई निर्धारित की गई थी। निर्धारित तिथि तक जिले में २३५ पदों के लिए १३६८ आवेदन आए हैं।
शिक्षका बनने की तैयारी, कार्यकर्ता के लिए आवेदन- आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, आशा सहयोगिनी को लेकर उच्च डिग्रीधारक महिलाओं की विशेष रुचि दिख रही है। इन महिलाओं में करीब आठ-सत्तर आवेदन बीए डिग्रीधारक महिलाओं के हैं जो शिक्षिका बनने की योग्यता है। बावजूद इसके महिलाओं ने आंगनबाड़ी केन्द्रों पर कार्य करने के लिए आवेदन किए हें।
आधे आवेदन उच्च डिग्रीधारकों के– जानकारी के अनुसार जो आवेदन आए हैं उसमें से आधे आवेदन करीब सात सौ फॉर्म बारहवीं से अधिक योग्यताधारी महिलाओं के आए हैं। हर केन्द्र पर औसतन पांच से सात आवेदन आए हैं। अब इन आवेदनों को सीडीपीओ कार्यालय भेजा गया है जहां से नियमानुसार कमेटी के मार्फत चयन होगा।
उच्च योग्यताधारी महिलाओं के भी आवेदन- आंगनबाड़ी केन्द्रों के विभिन्न पदों को लेकर आवेदन प्रक्रिया पूर्ण हो चुकी है। करीब सात गुना आवेदन आए हैं। इनमें से उच्च योग्यताधारी महिलाओं के भी आवेदन काफी है। नियमानुसार चयन किया जाएगा।- प्रहलादसिंह राजपुरोहित, उप निदेशक महिला एवं बाल विकास परियोजना बाड़मेर