रात भर करते रहे बेटे का इंतजार
थाना हाफिजगंज के गांव परेवा कुर्मियान निवासी चंद्रपाल का बेटा लक्ष्मण (25) ग्रेजुएशन के बाद दिल्ली के करोलबाग में रहकर किसी नामी कोचिंग से प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहा था। बुधवार 31 जनवरी को दिन में चंद्रपाल की कई बार अपने बेटे से बात हुई। बेटे ने घर आने के लिए कहा था। चंद्रपाल रात भर बेटे का इंतजार करते रहे
थाना हाफिजगंज के गांव परेवा कुर्मियान निवासी चंद्रपाल का बेटा लक्ष्मण (25) ग्रेजुएशन के बाद दिल्ली के करोलबाग में रहकर किसी नामी कोचिंग से प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहा था। बुधवार 31 जनवरी को दिन में चंद्रपाल की कई बार अपने बेटे से बात हुई। बेटे ने घर आने के लिए कहा था। चंद्रपाल रात भर बेटे का इंतजार करते रहे
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सुबह होने पर पता चला डुब गया घर का चिरागगुरुवार की सुबह परिजन दिल्ली जाने की तैयारी कर रहे थे। तभी उन्हें गांव के बाहर खेत में एक पेड़ पर बेटे का निर्वस्त्र शव लटके होने की सूचना मिली। पिता ने किसी भी तरह की रंजिश से साफ मना किया है। उन्होंने आगे कहा कि कोई बिना कपड़े के आत्महत्या क्यों करेगा। उसके पैर भी जमीन से लगे हुए थे।
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सुसाइड नोट में लिखा- आज मुझे मिला सत्यलक्ष्मण के कपड़े उसके शव से दूर रखे थे। मोबाइल फोन भी पानी में पड़ा मिला था। उसके पास से एक कॉपी मिली जिसमें सुसाइड नोट लिखा था। इसमें लिखा “ भाई-बहनों, माता-पिता व दोस्तों, मैं आपको प्रणाम करता हूं। आपने मेरा साथ दिया है। मैं सत्य खोज रहा था जो मुझे आज मिला। मैं भगवान की शरण में जाना चाहता हूं। मुझे माफ करना।
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डिस्प्ले पर आए कमेंट से परेशान था लक्ष्मणपारिवारिक सूत्रों ने बताया। लक्ष्मण जिस कोचिंग में पढ़ाई कर रहा था। वहां डिस्प्ले पर उसके बारे में एक खराब कमेंट आया था। कमेंट इतना भद्दा और खराब था कि साथियों के बीच वह शर्मसार हो गया। सूत्र बताते हैं कि छात्र ने आत्महत्या का फैसला भी इसी वजह से लिया।