बरेली

विश्व तंबाकू निषेध दिवस : पुड़िया फेंक कर ली शपथ, न खायेंगे, न खाने देंगे, नुक्कड़ नाटक के जरिए बताए दुष्परिणाम

शुक्रवार को एसआरएमएस मेडिकल कालेज में विश्व तंबाकू निषेध दिवस मनाया गया। ओंकोलाजी विभाग के विद्यार्थियों ने नुक्कड़ नाटक कर तंबाकू के दुष्परिणाम की जानकारी दी।

बरेलीMay 31, 2024 / 04:38 pm

Avanish Pandey

विश्व तंबाकू निषेध दिवस पर तंबाकू न लेने की शपथ लेते लोग।

बरेली। शुक्रवार को एसआरएमएस मेडिकल कालेज में विश्व तंबाकू निषेध दिवस मनाया गया। ओंकोलाजी विभाग के विद्यार्थियों ने नुक्कड़ नाटक कर तंबाकू के दुष्परिणाम की जानकारी दी। मरीजों और तीमारदारों ने कहा तंबाकू घर बर्बाद करती है, न खाएंगे और न दूसरों को खाने देंगे। डॉ. पीयूष ने कहा अनुभवी चिकित्सक से ही कैंसर का इलाज कराएं।
कविता सुना कर सभी को किया जागरूक
पीजी स्टूडेंट मीशा ने तंबाकू के दुष्परिणामों को दर्शाते हुये कविता सुना कर सभी को जागरूक किया। आरआर कैंसर इंस्टीट्यूट एंड रिसर्च सेंटर के निदेशक व कैंसर विशेषज्ञ प्रोफेसर डॉ. पीयूष कुमार ने मरीजों और तीमारदारों को खुद तंबाकू न खाने और किसी अन्य को भी इसे न खाने से रोकने की शपथ दिलाई। डिप्टी मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉ. सीएम चतुर्वेदी ने सभी के सामने तंबाकू मसाले की पुड़िया निकाल कर डस्टबिन में डाली और भविष्य में कभी तंबाकू न खाने की शपथ ली। डॉ. पीयूष ने उनकी तारीफ की और तंबाकू खाने वाले सभी लोगों से ऐसा ही करने का अनुरोध किया। उन्होंने कहा कि तंबाकू से मुंह के कैंसर के साथ ही खाने की नली का, पेशाब की नली का, फेफड़ों का, किडनी का कैंसर हो सकते हैं। ऐसी स्थिति में बिना घबराए अनुभवी और कुशल कैंसर विशेषज्ञ और संस्थान में परामर्श से इलाज कराना चाहिए।
पिछले 17 वर्ष से कैंसर के मरीजों का कर रही है इलाज
डॉ. पीयूष कुमार ने कहा एसआरएमएस मेडिकल कॉलेज स्थित आरआर कैंसर इंस्टीट्यूट एंड रिसर्च सेंटर ऐसा ही प्रतिष्ठित कैंसर संस्थान है। यहां 20 से ज्यादा वरिष्ठ कैंसर विशेषज्ञ की अनुभवी टीम पिछले 17 वर्ष से कैंसर के मरीजों का इलाज कर रही है। 17 वर्ष में हमने 40 हजार से ज्यादा कैंसर के मरीजों को परामर्श दिया है। 10 हजार से ज्यादा कैंसर मरीजों ने हमारे यहां रेडियोथेरेपी कराई और 11 हजार से ज्यादा ने कैंसर सर्जरी करवा कर हम पर भरोसा जताया। कहा हमारी टीम 35 हजार से ज्यादा कैंसर मरीजों ने कीमोथेरेपी, 35 सौ से ज्यादा ब्रेकीथैरेपी और 6.5 हजार से ज्यादा पेट स्कैन कर चुकी है। हम रेडिएशन ओंकोलॉजी के साथ ही मेडिकल और सर्जिकल ओंकोलॉजी के साथ ही कीमोथेरेपी, हार्मोनल थेरेपी, इम्यूनोथेरेपी और टार्गेटेड थेरेपी भी कर रहे हैं।
शौक के लिए शुरू हुआ तंबाकू का सेवन, गंभीर बीमारियों में कब बदल जाये पता नहीं चलता
इस मौके पर मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉ. आरपी सिंह ने कहा कि तंबाकू जानलेवा है सभी लोग यह जानते हैं। इसके बाद भी इसका सेवन युवाओं में बढ़ता जा रहा है। शौक के लिए शुरू हुआ तंबाकू का सेवन गंभीर बीमारियों में कब बदल जाता है पता ही नहीं चलता। ऐसे जानलेवा शौक से बचना ही समझदारी है। हम सबको इससे बचने के लिए खुद भी जागरूक होना चाहिए और दूसरों को भी इसके प्रति जागरूक करना चाहिए। कैंसर विशेषज्ञ डॉ. प्राची भारद्वाज ने विश्व तंबाकू निषेध दिवस के मनाने की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि तंबाकू खाने से फेफड़े तो कमजोर होते ही हैं, इसके साथ ही दिल भी कमजोर हो सकता है। कैंसर जैसी महामारी भी हो सकती है। ऐसे में इससे बचाव ही सबसे अच्छा उपाय है। एक बार दृढ़ निश्चय कर इसे छोड़ा जा सकता है।
नुक्कड़ नाटक के जरिए इन लोगों ने किया जागरूक
आरआर कैंसर इंस्टीट्यूट एंड रिसर्च सेंटर की ओर से आयोजित इस कार्यक्रम में ओंकोलॉजी विभाग के डॉ. हिमांशी खट्टर, डॉ. अभिषेक भद्री, डॉ. ब्रिजेश महेश्वरी, डॉ. पल्ववी गौड़, डॉ. लाया के. सातियान, डॉ. अनिकेत जाधव, डॉ. संयमिता जैन, डॉ. अनीश एके, डॉ. सोमदत्ता सिंघा, डॉ. श्रद्धा श्रीवास्तव, डॉ. निहारिका जसूजा, डॉ. नितिन मालवीय, डॉ. श्वेता सिंह और डॉ. मिशा गर्ग ने नुक्कड़ नाटक के जरिये तंबाकू खाने से होने वाले दुष्परिणामों को बताया और इससे बचने के लिए जागरूक किया। इस मौके पर मेडिकल कालेज के प्रिंसिपल एयर मार्शल (सेवानिवृत्त) डॉ. एमएस बुटोला, डॉ.अरविंद चौहान, डॉ. पवन मेहरोत्रा, डॉ. आयुष गर्ग, डॉ. राशिका सचान, डॉ. अदादि श्रीनिवास नायडू, आरआर कैंसर इंस्टीट्यूट की टीम और स्टाफ शामिल रहा।

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