पीएम मोदी ने प्रकाश पर्व पर की थी बाल दिवस की शुरुआत
मुख्य अतिथि देवेंद्र सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि वीर बाल दिवस की शुरुआत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरु गोबिंद सिंह जी के प्रकाश पर्व पर की थी। हर वर्ष 26 दिसंबर को वीर बाल दिवस के रूप में मनाया जाएगा। यह दिवस साहिबजादे बाबा जोरावर सिंह और बाबा फतेह सिंह की शहादत को समर्पित है। उन्होंने बताया कि वजीर खान ने गुरु गोबिंद सिंह जी के पुत्रों को जिंदा दीवार में चुनवा दिया था। आज उसी स्थान को फतेहगढ़ साहिब के नाम से जाना जाता है। उन्होंने छात्रों को प्रेरित करते हुए कहा कि यह दिवस देश के वीर और साहसी इतिहास की सच्ची श्रद्धांजलि है। हमारे युवाओं को अपने इतिहास से प्रेरणा लेकर अपनी संस्कृति और परंपराओं को संरक्षित रखना चाहिए।
गुरु गोबिंद सिंह का बलिदान याद किया
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए जिलाध्यक्ष पवन शर्मा ने कहा कि मुगल शासकों ने सनातन धर्म को समाप्त करने के कई प्रयास किए, लेकिन गुरु गोबिंद सिंह जी ने अपनी चारों संतानें बलिदान कर सनातन संस्कृति को बचाया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में गुरु गोबिंद सिंह जी के चारों पुत्रों की शहादत को विद्यालयों के पाठ्यक्रम में शामिल किया गया है। उन्होंने साहिबजादों के बलिदान को अनुकरणीय बताते हुए कहा कि यह उनकी आस्था और साहस का प्रतीक है। छात्रों को अपने इतिहास से प्रेरणा लेने की आवश्यकता है।
विशिष्ट अतिथियों की उपस्थिति
इस अवसर पर एमएलसी बहोरन लाल मौर्य, विधायक डॉ. डी.सी. वर्मा, विधायक डॉ. एम.पी. आर्य, ब्लॉक प्रमुख दुष्यंत गंगवार, कृष्ण गोपाल गंगवार, सोमपाल शर्मा, अभय चौहान, अंकित शुक्ला, राहुल साहू, डॉ. मनोज गुप्ता, तेजेश्वरी सिंह, मुकेश राजपूत, नेहा कन्नौजिया, आर.के. कश्यप, राम प्रकाश गंगवार और अन्य कार्यकर्ता उपस्थित रहे।