उर्स-ए-ताजुशरिया का आगाज़ 9 जुलाई से, पोस्टर हुआ जारी
आठ से 10 जुलाई तक शहर भर से चादरों के जुलूस दरगाह पर हाजरी देंगे। सभी कार्यक्रम दरगाह ताजुश्शरिया के सज्जादानशीन व मुफ्ती असजद रजा खां की सदारत में होंगे।
उर्स-ए-ताजुशरिया का आगाज़ 9 जुलाई से, पोस्टर हुआ जारी
बरेली। सुन्नी बरेलवी मुसलमानों के सबसे बड़े मजहबी रहनुमा ताजुश्शरिया मुफ्ती अख्तर रजा खां उर्फ अजहरी मियां का दो रोजा उर्स का आगाज नौ जुलाई से होगा। अजहरी मेहमान खाने पर जमात के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व उर्स प्रभारी सलमान मियां व अन्य पदाधिकारियों की बैठक हुई। आज उर्स के कार्यक्रम का पोस्टर जारी कर दिया गया। दुनिया भर से उलेमा और मुरीद उर्स मे शिरकत करने के लिये दरगाह आला हजरत व दरगाह ताजुश्शरिया पर आएंगे। उर्स प्रभारी सलमान मियां ने बताया कि सात जुलाई से जायरीन की आमद होना शुरु हो जायेगी। आठ से 10 जुलाई तक शहर भर से चादरों के जुलूस दरगाह पर हाजरी देंगे। सभी कार्यक्रम दरगाह ताजुश्शरिया के सज्जादानशीन व मुफ्ती असजद रजा खां की सदारत में होंगे।
उर्स के कार्यक्रम उर्स का आगाज नौ जुलाई से नमाज-ए-फज्र कुरानख्वानी व नात-व-मनकवत से होगा। नमाज-ए-जोहर परचम कुशाई शाहबाद स्थित मिलन शादी हाल के पास सैयद कैफी के निवास से होगी। कुतुबखाना से बिहारीपुर ढाल होते हुए दरगाह ताजुश्शरिया पर हुजूर असजद रजा खां के हाथों पेश होगा। इसके अलावा आजमनगर और सैलानी से भी परचम निकाला जाएगा। बाद नमाज़-ए-इशा इस्लामिया ग्राउंड में देर रात तक उलमा-ए-इकराम की तकरीर होंगी। रात एक बजकर 40 मिनट पर सरकार हुजूर मुफ्ती-ए-आजम हिन्द के कुल की रस्म अदा की जायेगी। 10 जुलाई को बाद नमाज़-ए-फजर कुरानख्वनी वा नात व मनकवत दरगाह ताजुशारिया पर होगी। बाद नमाज़-ए-जोहर इस्लामिया ग्राउंड में उलमा-ए-किराम की तकरीर होगी और बाद नमाज़-ए-असर हुजूर ताजुशारिया के कुल की रस्म उलमा-ए-किराम व मशाईख-ए-किराम की मौजूदगी मे अदा की जाएगी। मुफ्ती मुहम्मद असजद रजा खां की खुसूसी दुआ के साथ दो रोजा उर्स का समापन होगा। नौ व 10 जुलाई को उर्स स्थल के आसपास व दरगाह ताजुश्शरिया पर जायरीन के लिये लंगर-ए-आम का भी एहतमाम किया गया है।