सातों नाथ मंदिर को जोड़ने वाले सर्किट पर स्ट्रीट लाइट में शिव के प्रतीक चिन्ह लगाए जाएंगे। इनमें सातों सर्किटों की अलग पहचान के लिए डमरू, त्रिशूल, त्रिपुर, नंदी स्थापित किए जाएंगे। इसके अलावा नाथ मंदिरों को जोड़ने वाली सड़क पर वर्तमान नगर भविष्य में होने वाले निर्माण को ध्यान में रखते हुए कंट्रोल्ड एलिवेशन कराया जाएगा। इसके साथ एक मंदिर से दूसरे नाथ मंदिर को जोड़ने वाले सातों सर्किट को एकरूपता लाने के लिए दोनों और बिल्डिंग एक ही रंग में नजर आएंगी।
शहर के प्रमुख स्थानो एवं चौराहों पर फोकस वाल का निर्माण किया जाएगा। जिससे कि युवा पीढ़ी नाथ नगरी के सांस्कृतिक विरासत उसके आध्यात्मिक महत्व को समझ सके। फोकस वाल में शिव के विभिन्न स्वरूपों का चित्रण किया जाएगा। जिससे कि नाथ नगरी की आभा प्रदर्शित होगी। इसको लेकर तैयारी शुरू हो गई है।
नाथनगरी कॉरिडोर को लेकर शासन ने 24 करोड़ का बजट रिलीज कर दिया है। नाथ कारिडोर के टूरिज्म सर्किट को ध्यान में रखते हुए शहर के प्रमुख चौराहों का विकास किया जायेगा। शिव के विभिन्न स्वरूपों की स्थापना की जाएगी। आर्किटेक्ट सुमित अग्रवाल ने नाथनगरी कॉरिडोर के कांसेप्ट का प्रजेंटेशन किया। इस दौरान डीएम रविंद्र कुमार, उपाध्यक्ष बरेली विकास प्राधिकरण मणिकंडन ए, बीडीए सचिव योगेंद्र कुमार, क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी बृजपाल सिंह, पीडब्ल्यूडी, बिजली विभाग समेत सभी विभागों के अफसर उपस्थित थे।