मधु मक्खी की आएगी आवाज इज्जतनगर मण्डल में पीलीभीत, लालकुंआ, मैलानी रेल सेक्शन में ट्रेन जंगल से होकर गुजरती है और पूर्व में ट्रेन की चपेट में आकर हाथियों की मौत भी हो चुकी है। अब रेलवे ट्रैक पर हाथियों की हिफाजत के लिए इन सेक्शन में रेलवे ट्रैक पर बी-साउंड सिस्टम लगाया जाएगा। जैसे ही इस सेक्शन से ट्रेन गुजरेगी तो बी साउंड सिस्टम तेज आवाज में काम करने लगेगा जिससे अगर ट्रैक के आस पास हाथी होंगे तो वो ट्रैक से दूर हट जाएंगे। माला में 10 से 12 किलोमीटर का रेल ट्रैक जंगल से होकर गुजरता है और यहां पर हाथियों की मौत के मामले भी सामने आए है।
माला के जंगल में लगेगा सिस्टम पूर्वोत्तर रेलवे इज्जतनगर मण्डल का पीलीभीत-मैलानी रेल सेक्शन फिलहाल बन्द है यहां पर ब्राड गेज ट्रैक डाला जाएगा।यहां पर माला का जंगल है। अफसर कहते है कि यहां रेल ट्रैक पर बी साउंड सिस्टम लगाया जाएगा। ट्रैक पर ऐसे स्थान चिन्हित किए जा रहे है जहां से हाथियों का गुजरना ज्यादा होता है। करीब एक किलोमीटर ट्रेन दूर होने पर ये सिस्टम काम करना शुरू कर देगा और मधु मक्खी की आवाज आने लगेगी जिससे कि अगर कोई हाथ ट्रैक पर होगा तो वो वहां से हट जाएगा।
आसाम से हुई शुरुआत आसाम में रंगिया डिवीजन में कई जगह रेल ट्रैक जंगल से होकर गुजरता है। वहाँ हर साल 10 से 15 हाथियों की मौत ट्रेन की चपेट में आकर होती है। इसके बाद असम रेलवे ने बी साउंड योजना पर काम शुरू किया वहां पर 12 स्थानों पर बी साउंड सिस्टम लगाए गए है। रेल मंत्रालय के आदेश पर अन्य डिवीजन में भी इस पर काम शुरु होगा। इज्जतनगर मण्डल के पीआरओ राजेन्द्र सिंह ने बताया कि हाथियों की हिफाजत के लिए माला के जंगल में स्थान चिन्हित किए जा रहे है जहां पर बी साउंड सिस्टम लगाए जाएंगे।